Edited By Niyati Bhandari,Updated: 22 Apr, 2022 09:20 AM
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से 9वें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर साहिब के 400वें प्रकाश पर्व के अवसर पर करवाए गए गुरमति समागम
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अमृतसर (दीपक): शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से 9वें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर साहिब के 400वें प्रकाश पर्व के अवसर पर करवाए गए गुरमति समागम दौरान सिख मामलों का तुरंत हल करने के लिए केंद्र सरकार को गंभीर होने का संदेश दिया गया।
यहां गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब दीवान हाल में श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह, शिरोमणि कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिंद्र सिंह धामी, श्री हरिमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी जगतार सिंह, दमदमी टकसाल के मुखी बाबा हरनाम सिंह खालसा, बिधि चंद संप्रदाय के मुखी बाबा अवतार सिंह सुरसिंह, तरना दल के मुखी बाबा निहाल सिंह, शिरोमणि कमेटी के महासचिव जत्थेदार करनैल सिंह पंजोली, बाबा तेजा सिंह और बाबा गुरदयाल सिंह टांडे वालों ने कहा कि नौवें पातशाह जी का समूचा जीवन धर्म और मानवता की रखवाली के लिए था, परंतु आज सिखों के अधिकारों को दबाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लम्बे समय से लटकते हुए सिखों के मामले हल नहीं किए जा रहे।
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहीदी का महत्व हर एक को अपने ईष्ट की पूजा करने का अधिकार दिलाना था, परंतु आज भारत में गुरु साहिब की सोच से उलट जाकर अल्पसंख्यकों की धर्म मानवता को दबाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 1947 में देश बंटवारे से लेकर अब तक सिखों से किए वायदे पूरे नहीं किए जा रहे, उसे केंद्र सरकार पूरे करे।
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने गुरबाणी पर सोची-समझी साजिश के अंतर्गत हो रहे हमलों का एकजुट होकर जवाब देने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि बीते दिनों थमिन्दर सिंह आनंद नाम के व्यक्ति ने गुरबाणी को तोड़-मरोड़ कर प्रकाशित किया है, जिस संबंध में श्री अकाल तख्त साहिब पर 3 मई को पंथक जलसा बुलाया गया है। इस दौरान जो भी सांझी राय बनेगी उसके अनुसार श्री अकाल तख्त साहिब से ठोस फैसला लिया जाएगा।
शिरोमणि कमेटी के जनरल सचिव जत्थेदार करनैल सिंह पंजोली ने कहा कि सिख कैदियों को रिहा किया जाए। वहीं समागम में पहुंची अलग-अलग शख्सियतों को शिरोमणि कमेटी ने सिरोपा देकर सम्मानित किया।