Edited By Prachi Sharma,Updated: 19 Oct, 2025 02:00 AM

Hanuman Puja 2025: दिवाली से एक दिन पहले छोटी दिवाली मनाई जाती है और इसी के साथ दिन हनुमान पूजन करने का भी विधान है। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन हनुमान पूजा की जाती है।
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Hanuman Puja 2025: दिवाली से एक दिन पहले छोटी दिवाली मनाई जाती है और इसी के साथ दिन हनुमान पूजन करने का भी विधान है। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन हनुमान पूजा की जाती है। इस दौरान यदि कोई व्यक्ति विधि-विधान के साथ बजरंगबली की पूजा करता है, उसे जीवन के हर क्षेत्र में सफलता देखने को मिलती है। इसके साथ ही आज के दिन बहुत से शुभ योग बनने जा रहे हैं जो इस दिन की खासियत को और भी ज्यादा बढ़ा देते हैं। तो चलिए ज्यादा देर न करते हुए जानते हैं हनुमान जी पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।
Hanuman Puja Muhurta हनुमान पूजा मुहूर्त
हनुमान जी पूजा शुभ मुहूर्त- 19 अक्टूबर रात में 11 बजकर 41 मिनट से देर रात 12 बजकर 31 मिनट तक।
हनुमान जी की पूजा के लिए 51 मिनट का शुभ रहेगा।
Hanuman Puja auspicious time हनुमान पूजा शुभ योग
आज के दिन 3 शुभ यो बनेंगे- सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और इंद्र योग। सर्वार्थ सिद्धि योग सारा दिन रहेगा।
अमृत सिद्धि योग- शाम में 5 बजकर 49 मिनट से अगले दिन 20 अक्टूबर को सुबह 6 बजकर 25 मिनट तक।

Why is Hanuman worshipped on Choti Diwali छोटी दिवाली पर क्यों की जाती है हनुमान जी की पूजा
धार्मिक ग्रंथों और मान्यताओं के अनुसार, चतुर्दशी की रात को नकारात्मक और बुरी शक्तियों का प्रभाव वातावरण में अधिक प्रबल होता है। इसी कारण, इस विशेष रात में हनुमान जी की पूजा करना अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। हनुमान चालीसा में स्पष्ट कहा गया है कि जो व्यक्ति सच्चे मन से हनुमान जी के नाम का स्मरण करता है, उसके पास भूत, प्रेत जैसी कोई भी नकारात्मक शक्ति या बाधा नहीं आ सकती। इसलिए, छोटी दिवाली की रात बजरंगबली की पूजा का मुख्य उद्देश्य यह है कि उनकी कृपा से जीवन और घर से सभी प्रकार की नकारात्मकता दूर हो जाए और भक्त को शक्ति, सुरक्षा एवं आत्मबल की प्राप्ति हो। हनुमान जी की उपासना भक्तों को भय मुक्त और बलवान बनाती है।
हनुमान पूजा के लिए आसन की सही दिशा
पूर्व दिशा: पूजा के लिए पूर्व दिशा की ओर मुख करके आसन लगाना सबसे सामान्य और उत्तम माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, पूजा हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में मुख करके ही की जाती है। यदि आपके घर में हनुमान जी की मूर्ति या चित्र स्थापित है, तो आप पूर्व दिशा की ओर मुख करके पूजा करें।
कुछ मान्यताओं के अनुसार, यदि हनुमान जी की प्रतिमा दक्षिणमुखी है तो आपको उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है।
हनुमान जी की प्रतिमा या तस्वीर को दक्षिण दिशा में लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है, खासकर बैठी हुई मुद्रा में। माना जाता है कि इस दिशा से आने वाली नकारात्मक ऊर्जा को हनुमान जी रोक देते हैं।
