Edited By Jyoti,Updated: 08 Mar, 2020 01:27 PM
देश के लगभग हर हिस्से में होली का त्यौहार उत्साह के साथ मनाया जाता है। धार्मिक दृष्टि से इसका बहुत महत्व है।
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देश के लगभग हर हिस्से में होली का त्यौहार उत्साह के साथ मनाया जाता है। धार्मिक दृष्टि से इसका बहुत महत्व है। वर्षभर में आने वाली त्रिरात्रियों में से एक होली की रात्रि भी है, जिसमें किए गए सभी धार्मिक अनुष्ठान, मंत्र, जाप, पाठ आदि सिद्ध, अक्षुण्ण हो जाते हैं, जिनका फल जीवनपर्यंत तक प्राप्त होता है। होली के त्यौहार को भाईचारे के प्रतीक के रूप में और खुशियों के त्यौहार के तौर पर भी देखा जाता है। इस दौरान कुछ आसान उपायों से आप अपनी किस्मत बदल सकते हैं।
एक श्रीफल अर्थात नारियल, नींबू एक कागज की पुडिय़ा के अंदर राई (काली सरसों) के साथ बांध लें। कुछ नमक सादा या काला जो उपलब्ध हो, उन सभी को एक साथ बांधें और पूरे मकान के अंदर सात बार घुमाएं। परिवार के जो सदस्य बीमार रहते हैं, विविध प्रकार के जादू-टोने के चक्कर में आए हुए हों या कोई प्रेत बाधा के चक्कर में आए हुए हैं, उन सबके लिए इसे सात-सात बार सिर से पैर तक उतार लेना चाहिए या घुमा लेना चाहिए।
पूरे मकान के अंदर भी घुमाएं और अंदर से बाहर की ओर घुमाकर फिर रात्रि को होलिका दहन के अवसर पर उसे होली के अंदर प्रवाहित कर दें, जिस तरह होलिका दहन होगी, आपके कष्टों का भी निवारण होगा। ये उपाय अपने ऑफिस या दुकान में भी कर सकते हैं।
घर के प्रत्येक सदस्य को होलिका दहन में देशी घी में भिगोई हुई दो लौंग, एक बताशा और एक पान का पत्ता अवश्य चढ़ाना चाहिए। होली की ग्यारह परिक्रमा करते हुए होली में सूखे नारियल की आहूति देनी चाहिए। इससे सुख-समृद्धि बढ़ती है और कष्ट दूर होता है।
होली पर पूरे दिन अपनी जेब में काले कपड़े में बांधकर काले तिल रखें और रात के समय जलती होली में उन्हें डाल दें। यदि पहले से ही कोई टोटका होगा, तो वह भी खत्म हो जाएगा।
होली दहन के समय 7 गोमती चक्र लेकर भगवान से प्रार्थना करें कि आपके जीवन में कोई शत्रु बाधा न डालें। प्रार्थना के पश्चात पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ गोमती चक्र होली दहन में डाल दें।
होली दहन के दूसरे दिन होली की राख को घर में लाकर उसमें थोड़ी-सी राई और नमक मिलाकर रख लें। इस प्रयोग को करने से भूतप्रेत अथवा नजर-दोष से मुक्ति मिलती है।
होली के दिन से आरम्भ करके बजरंग बाण का 40 दिन तक नियमित रूप से पाठ करने से व्यक्ति की प्रत्येक मनोकामना पूर्ण होती है।
अगर व्यापार अथवा नौकरी में उन्नति न हो रही हो तो 21 गोमती चक्र लेकर होली दहन के दिन रात्रि के समय शिवलिंग पर चढ़ा दें।