Breaking




कैसे पहचाने कौन सा ग्रह कर रहा है परेशान ?

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 21 Feb, 2019 01:05 PM

how to identify which planet is troubling

भगवान शिव की पूजा सरल होने के साथ-साथ शुभ फलदायक है। यदि ग्रह संबंधित विघ्न-बाधाओं से मुक्ति पानी हो तो अलग-अलग पदार्थों से भोलेनाथ का पूजन लाभप्रद हो सकता है। शास्त्रानुसार सभी देवों में भगवान शिव की पूजा को सबसे सरल बताया गया है। श्रद्धावान भक्त...

ये नहीं देखा तो क्या देखा (Video)

भगवान शिव की पूजा सरल होने के साथ-साथ शुभ फलदायक है। यदि ग्रह संबंधित विघ्न-बाधाओं से मुक्ति पानी हो तो अलग-अलग पदार्थों से भोलेनाथ का पूजन लाभप्रद हो सकता है। शास्त्रानुसार सभी देवों में भगवान शिव की पूजा को सबसे सरल बताया गया है। श्रद्धावान भक्त मात्र एक लोटा शुद्ध जल से शिवलिंग की पूजा करके इन्हें प्रसन्न कर सकता है और इनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकता है। यह सम्पूर्ण जगत ग्रहों के अधीन है अत: ग्रह अपने शुभ-अशुभ प्रभावों से इस चराचर जगत को सदैव प्रभावित करते हैं। अत: ग्रह जनित विघ्न-बाधाओं को भी भगवान शिव की पूजा से दूर किया जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि शिव पूजा से भक्तों को ग्रहों की पीड़ा से मुक्ति मिल जाती है।

PunjabKesari
यदि किसी जातक की कुंडली में सूर्य से संबंधित बाधा है तो शिवलिंग का विधिवत पंचोपचार अथवा षोड्शोपचार पूजन करें। लाल पुष्पों-पत्तों तथा बिल्व पत्र आदि चढ़ा कर अभिषेक सम्पन्न करने से हर समस्या का समाधान होता है।

चंद्रमा के प्रभाव से ग्रसित जातक को सर्दी-जुकाम आदि की समस्या बनी रहती है। ऐसे में सोमवार का व्रत करना और साथ ही गाय का दूध शिवलिंग पर चढ़ाना लाभदायक है।

PunjabKesari
मंगल ग्रह के कुप्रभाव से रक्त संबंधित रोगों की संभावना अधिक रहती है। अत: मंगल ग्रह की परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए जातक को गिलोय की जड़ का रस शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिए।

बुध ग्रह से संबंधित परेशानी हो तो जातक को विविध प्रकार के चर्म रोग कष्ट देते हैं या फिर वह गुर्दे की समस्या से पीड़ित हो सकता है। ऐसे में विधारा की जड़ के रस से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। 

PunjabKesari
ज्योतिष शाला के अनुसार बृहस्पति अनुकूल न होने पर मनुष्य को अनेक प्रकार के मानसिक रोगों के साथ-साथ आर्थिक संकटों से गुजरना पड़ता है अत: बृहस्पति ग्रह को अपने अनुकूल बनाने के लिए हल्दी मिश्रित दूध से शिवलिंग का पूजन करना चाहिए।

कुंडली में शुक्र ग्रह अशुभ होने पर जातक के आंतरिक अंगों में कई प्रकार की व्याधियां होती हैं। ऐसे में पंचामृत एवं चीनी मिश्रित दूध और घृत से शिवलिंग की पूजा-अर्चना करना श्रेयस्कर माना जाता है।

PunjabKesari

शनि जनित पीड़ा से ग्रस्त होने पर अचानक दुर्घटना आदि में चोट लगने का भय बना रहता है तथा मांसपेशियों से संबंधित परेशानी रहती है। ऐसे जातकों के लिए गन्ने के रस एवं छाछ से शिवलिंग की पूजा विशेष लाभदायक है।

कुंडली में अशुभ राहू या केतु की दशा चल रही हो या राहू केतू अशुभ स्थिति में हों तो जातक किसी भी प्रकार का निर्णय लेने में असमर्थ हो इधर-उधर भटकता रहता है। ये ग्रह मानसिक परेशानियों को अधिक बढ़ावा देते हैं। ऐसे जातकों को कुश या दूर्वा के रस में जल मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करना विशेष फलदायक है। ऐसा करने से मानसिक परेशानियों से छुटकारा मिलता है। 

कुंभ के बारे में कितना जानते हैं आप !

PunjabKesari


 

Let's Play Games

Game 1
Game 2
Game 3
Game 4
Game 5
Game 6
Game 7
Game 8

Related Story

Trending Topics

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!