Edited By Niyati Bhandari,Updated: 13 Jun, 2022 08:06 AM
ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा पर चन्द्र पूजन का विशेष महत्व है। इसके साथ ही धन प्राप्ति के लिए भी लक्ष्मी पूजा बहुत महत्वपूर्ण है। पूर्णिमा तिथि 14 जून को शाम 5 बजकर 21 मिनट तक रहेगी। सनातन संस्कृति के
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Jyeshtha purnima 2022: ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा पर चन्द्र पूजन का विशेष महत्व है। इसके साथ ही धन प्राप्ति के लिए भी लक्ष्मी पूजा बहुत महत्वपूर्ण है। पूर्णिमा तिथि 14 जून को शाम 5 बजकर 21 मिनट तक रहेगी। सनातन संस्कृति के अनुसार किसी भी तिथि का उदय सूर्योदय से माना जाता है इसलिए 14 जून को व्रत एवं लक्ष्मी पूजन किया जाएगा। 14 जून को शाम 9 बजकर 40 मिनट तक साध्य योग रहेगा। इस योग में श्री पूजन का विशेष महत्व है। ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा पर किया गया लक्ष्मी व चन्द्र पूजन अपार धन के दुर्लभ रास्ते खोलता है। किसी भी राशि के जातक ये उपाय कर सकते हैं, मां लक्ष्मी देंगी छप्पर फाड़ धन-
Jyeshtha Purnima 2022 Upay: इस साध्य योग में उत्तराभिमुख होकर लक्ष्मी जी के चित्र के आगे पूजन करें। इसके बाद चांदी के कुछ सिक्के दूध में रखकर लक्ष्मी के बीज मंत्र का उच्चारण करें। उन सिक्कों को निकाल कर धन रखने के स्थान पर रखें व दूध का छिड़काव पूरे घर में करें।
Jyeshtha purnima mantra मंत्र- ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद
ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन 1 श्री फल को सफेद रेशमाी कपड़े में बांधकर हल्दी का तिलक लगाकर विष्णु जी के चरणों में अर्पित करें। ऐसा करने से कर्ज मुक्ति व धन हानि से बचाव होगा।
स्फटिक की 108 मनको वाली माला भगवान विष्णु को चढ़ाएं। कमलगट्टे की 108 मनको वाली माला मां लक्ष्मी को पहनाएं। मखाने की 108 मनको वाली माला चन्द्रमा को अर्पित करें। ऐसा करने से शुभ लाभ व मनचाहे धन की प्राप्ति होगी।
इस रोज चावल के 27 दाने पान के पत्ते में लपेटकर किसी भी मंदिर में रख आएं। धन आने के रास्ते खुलने लगेंगे।
पूर्णिमा के दिन चांदी को दूध से धोकर पहनने से अथवा अपनी पत्नी को चांदी के आभूषण उपहार में देने से पैसे का बहाव बना रहता है।
नीलम
8847472411