Edited By Niyati Bhandari,Updated: 06 Oct, 2023 07:56 AM
काठमांडू (ए.एन.आई.): तिब्बत स्थित कैलाश मानसरोवर तक पहुंचने के लिए हिंदू तीर्थयात्रियों को सबसे छोटा मार्ग उपलब्ध कराने के साथ नेपाल ने एक अरब हिंदू तीर्थयात्रियों को इस पवित्र
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काठमांडू (ए.एन.आई.): तिब्बत स्थित कैलाश मानसरोवर तक पहुंचने के लिए हिंदू तीर्थयात्रियों को सबसे छोटा मार्ग उपलब्ध कराने के साथ नेपाल ने एक अरब हिंदू तीर्थयात्रियों को इस पवित्र स्थान की यात्रा में सहायता करने की योजना बनाई है जो चीन से एक समझौते के क्रियान्वयन में आने के बाद वास्तविकता बन सकेगी। तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के नगरी में स्थित कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रा को विश्वभर के हिंदुओं द्वारा सबसे पवित्र यात्रा के रूप में माना जाता है। इस प्राकृतिक पवित्र स्थल में बौद्ध, जैन और तिब्बत के स्थानीय बोनपा श्रद्धालु भी काफी विश्वास रखते हैं।
तिब्बत के कई हिस्सों सहित चीन का 8-दिवसीय दौरा कर लौटे नेपाल के विदेश मंत्री नारायण प्रकाश सउद ने कहा कि नेपाल अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को कैलाश मानसरोवर तक पहुंचने के लिए सबसे छोटा मार्ग उपलब्ध करवा सकते हैं। इसके लिए हमारे उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने अध्ययन किए हैं। आने वाले दिनों में हम चीन के प्राधिकारियों के साथ नेपाल के रास्ते कैलाश क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चर्चा करेंगे। हम चीन सरकार से पहले ही तीनों रास्तों को खोलने को कह चुके हैं और चीन सरकार ने इस मामले पर सकारात्मक रुख अपनाया है।
विदेश मंत्री ने कहा कि कैलाश मानसरोवर यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए केवल 3 प्रवेश हिंदूओं की बजाय चीन ने नेपाल और चीन के बीच 14 प्रवेश बिंदुओं का प्रस्ताव दिया है जिसका लक्ष्य आम यात्रियों व माल लाने-ले जाने की सुविधा बढ़ाना है और हम इस पर अध्ययन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अध्ययन करने के बाद हमें बुनियादी ढांचा, मोटर वाहन योग्य सड़कें और आतिथ्य सुविधाएं विकसित करने की आवश्यकता होगी। यदि हम इनका उचित ढंग से प्रबंध करने में सफल हो जाते हैं तो हम विश्वभर के एक अरब हिंदुओं के लिए मार्ग खोल सकते हैं जो इस क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ाने के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।
Travel via Nepal route in less time नेपाल के मार्ग से यात्रा कम समय में, कठिन चढ़ाई भी नहीं
वे भारतीय, जो समय बचाना चाहते हैं और भारतीय क्षेत्र में आने वाली कठिन चढ़ाई से बचना चाहते हैं, वे भी निजी संचालकों के माध्यम से नेपाल के रास्ते कैलाश मानसरोवर जाने का विकल्प चुनते हैं। इस कारण यह यात्रा नेपाल सरकार के लिए एक फायदे का सौदा साबित होती है। लॉकडाऊन के बाद चीन ने इस वर्ष कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रा खोल दी थी। शुल्क में भारी वृद्धि और भारतीय श्रद्धालुओं के वीजा पर कई प्रतिबंधों के कारण यात्रा में आशा के अनुरूप अधिक संख्या में लोग नहीं पहुंच रहे थे।
3 routes from Nepal to reach Kailash Mansarovar कैलाश मानसरोवर पहुंचने के लिए नेपाल से 3 मार्ग
कैलाश मानसरोवर क्षेत्र तक पहुंचने के लिए नेपाल से होकर जाने वाले 3 मार्ग हुम्ला जिले का हिल्सा, बझांग का खोरी और दार्चुला जिले का टिंकर हैं। ये सभी मार्ग पश्चिमी नेपाल में स्थित हैं। वहीं मानसरोवर झील हुमला जिले के मुख्यालय सिमिकोट से लगभग 160 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में स्थित है।