Edited By Niyati Bhandari,Updated: 30 May, 2023 09:27 AM
लगभग 120 साल पुरानी कालका-शिमला ट्रेन का संचालन शुरू होने के बाद पहली बार इसका रंग-रूप बदला जाएगा, जिसके
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नई दिल्ली (प.स.): लगभग 120 साल पुरानी कालका-शिमला ट्रेन का संचालन शुरू होने के बाद पहली बार इसका रंग-रूप बदला जाएगा, जिसके तहत ट्रेन में स्वदेश में निर्मित शानदार बोगियां जोड़ी जाएंगी और प्रत्येक बोगी में एक छोटी ‘पैंट्री’ और जैव-शौचालय होंगे। पंजाब के कपूरथला में रेल कोच कारखाने (आर.सी.एफ.) द्वारा विकसित ये डिब्बे लाल रंग की ‘स्विस’ बोगियों की याद दिलाते हैं।
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फिलहाल कालका-शिमला रेलवे (के.एस.आर.) ट्रेन में जो बोगियां इस्तेमाल की जाती हैं, वे 100 वर्ष से भी पहले मुगलपुरा कार्यशाला में बनी थीं, जो अब पाकिस्तान रेलवे का हिस्सा है। कालका-शिमला ‘नैरोगेज’ पटरी की चौड़ाई 0.762 मीटर है।