Edited By ,Updated: 25 Nov, 2016 12:09 PM
वास्तु का अर्थ है जमीन या स्थान जहां आप रहते हैं या काम करते हैं। दूसरे शब्दों में वास्तु का अर्थ है घर में भगवान या शैतान का प्रवेश कराना। यदि घर को
वास्तु का अर्थ है जमीन या स्थान जहां आप रहते हैं या काम करते हैं। दूसरे शब्दों में वास्तु का अर्थ है घर में भगवान या शैतान का प्रवेश कराना। यदि घर को वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार बनाया जाए तो सकारात्मक ऊर्जा के रूप में साक्षात भगवान घर में आ जाते हैं।
उस घर का हर सदस्य स्वास्थ्य, सम्पत्ति तथा खुशहाली को 13 दिनों के भीतर घर में आते देखता है। यदि हम वास्तु के अनुसार सही ढंग से घर नहीं बनाते तो घर में शैतान का प्रवेश हो जाता है। इसके स्पष्ट प्रमाण ये हैं:
(क). पारिवारिक सदस्यों के निजी रिश्तों में दरार,
(ख). हृदयाघात, कैंसर, डायबिटीज, पीठ का दर्द, लकवा, ब्रेन ट्यूमर, तनाव, गुस्से के दौरे तथा निरंतर दुर्घटनाओं आदि जैसी व्याधियां घर को घेर लेती हैं,
(ग) बच्चे बीमार रहते हैं वे अपनी पढ़ाई के साथ न्याय नहीं कर पाते तथा जीवन में असफल रहते हैं।
वास्तु द्वारा उक्त सभी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। जैसे ही घर को वास्तु के अनुसार सही कर दिया जाता है वैसे ही भगवान घर में प्रवेश कर जाते हैं। भगवान आपको अंदर से शक्तिशाली महसूस कराते हैं तथा स्वयं तक आपके पहुंचने में मदद करते हैं।
यदि हम बुरे कामों में उलझे रहते हैं तो हम शैतान की तरह व्यवहार करते हैं। इस तरह हम न सिर्फ स्वयं बल्कि दूसरों को भी क्षति पहुंचाते हैं। वास्तु शास्त्र के उपयोग से आपके बुरे कर्म नष्ट हो जाते हैं तथा अच्छे कर्मों के माध्यम से भगवान तक पहुंचने में आप समक्ष हो सकते हैं।