Edited By Niyati Bhandari,Updated: 11 Mar, 2021 09:28 AM
11 मार्च, गुरुवार को महाशिवरात्रि कई शुभ संयोगों में आ रही है । इस दिन एक ही मकर राशि में 4 बड़े ग्रह-शनि, गुरु, बुध तथा चंद्र, धनिष्ठा नक्षत्र में होंगे तथा आंशिकाल सर्प योग भी रहेगा।
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Mahashivratri 2021- 11 मार्च, गुरुवार को महाशिवरात्रि कई शुभ संयोगों में आ रही है । इस दिन एक ही मकर राशि में 4 बड़े ग्रह-शनि, गुरु, बुध तथा चंद्र, धनिष्ठा नक्षत्र में होंगे तथा आंशिकाल सर्प योग भी रहेगा। अत: जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प योग है, वे इसकी शांति करवा सकते हैं।
Mahashivratri 2021 Upay- इस योग में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व होगा और जातक यदि अपनी-अपनी राशि के अनुसार भगवान की आराधना करेंगे तो इससे उनकी कई मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। इस दिन रुद्राभिषेक करना शुभ फलदायक होगा। इस दुर्लभ योग में भगवान शिव की आराधना करने पर दोष भी दूर हो सकेंगे और कष्टों से मुक्ति मिलेगी।
What is the significance of Shivaratri festival- शिवलिंग भगवान शिव का प्रतीक है। शिव का अर्थ है-कल्याणकारी और लिंग का अर्थ है सृजन। सृजनहार के रूप में लिंग की पूजा होती है। संस्कृत में लिंग का अर्थ है प्रतीक। भगवान शिव अनंत काल के प्रतीक हैं। मान्यताओं के अनुसार, लिंग एक विशाल लौकिक अंडाशय है, जिसका अर्थ है ब्रह्मांड। इसे ब्रह्मांड का प्रतीक माना जाता है।
Maha Shivratri importance- पौराणिक ग्रंथों के अनुसार भगवान शिव ने ही धरती पर सबसे पहले जीवन के प्रचार-प्रसार का प्रयास किया था, इसीलिए भगवान शिव को आदिदेव भी कहा जाता है।
Maha Shivratri shubh muhurat महाशिवरात्रि तिथि : 11 मार्च 2021 (गुरुवार)
चतुर्थी तिथि प्रारंभ : 11 मार्च 2021 को दोपहर 2 बजकर 39 मिनट से
चतुर्थी तिथि समाप्त : 12 मार्च 2021 को दोपहर 3 बजकर 2 मिनट तक
शिवरात्रि पारण समय : 12 मार्च की सुबह 6 बजकर 34 मिनट से शाम 3 बजकर 2 मिनट तक