Edited By Niyati Bhandari,Updated: 17 Oct, 2020 09:50 AM
वेदों के समय से तंत्र शास्त्र भारत की पुरातन विद्या रही है। यह सनातन धर्म का अभिन्न अंग है। मान्यता है की तंत्र ग्रंथ का अर्विभाव भगवान शिव के
Navratri 2020 october: वेदों के समय से तंत्र शास्त्र भारत की पुरातन विद्या रही है। यह सनातन धर्म का अभिन्न अंग है। मान्यता है की तंत्र ग्रंथ का अर्विभाव भगवान शिव के मुखारविंद से हुआ है। यह पावन और प्राधिकृत हैं। कुछ लोग इस शक्ति का गलत प्रयोग करते हैं, जिससे इस विद्या के प्रति विभिन्न भ्रांतियां फैल गई हैं।
आज से नवरात्र का आरंभ हो रहा है, इस दिन यहां बताए जा रहे तंत्र के सामान में से कोई भी एक चीज घर लेकर आएं और मालामाल बन जाएं।
केले का ऐसा पौधा घर लाएं जिसमें फल न लगते हों, प्रतिदिन उसमें जल अर्पित करें। गुरूवार के दिन कच्चा दूध चढ़ाएं।
शंखपुष्पी की जड़ चांदी की डिब्बी में डालकर शुभ मुहूर्त में घर लाएं और तिजोरी में स्थापित करें।
बड़ के फ्रैश पत्ते तोड़ कर घर के मंदिर में बैठकर उस पर स्वास्तिक बनाकर उत्तम स्थान पर रखें।
बहेड़ा पेड़ की जड़ और उसका एक पत्ता शुभ समय में घर लाकर कैश बॉक्स में रखें।
सफेद पलाश का पौधा घर में रखने से धन और वैभव बढ़ता है।
पैसों की कमी से परेशान हैं तो लाल रंग के कपड़े में हरसिंगार का बांदा लपेट कर धन रखने के स्थान पर रखें।
सफेद अपराजिता का पौधा घर में लगाने से धन संबंधित समस्याएं समाप्त होती हैं।
दूधी की जड़ को शुभ मौके पर घर लाएं, ताबिज में डालकर गले में धारण करें या बाजू पर बांध लें। सुख में बढ़ौतरी होगी।