Edited By Niyati Bhandari,Updated: 29 Aug, 2023 10:18 AM
नई दिल्ली: इस साल सावन 2 महीने तक रहने के कारण रक्षाबंधन का त्यौहार देर से आया है। इस महीने के अंतिम सप्ताह में भाई-बहन का पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन है। हालांकि इस साल रक्षाबंधन
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नई दिल्ली: इस साल सावन 2 महीने तक रहने के कारण रक्षाबंधन का त्यौहार देर से आया है। इस महीने के अंतिम सप्ताह में भाई-बहन का पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन है। हालांकि इस साल रक्षाबंधन का त्यौहार 30 और 31 अगस्त दोनों दिन मनाया जाएगा। ज्योतिष विशेषज्ञों के मुताबिक रक्षाबंधन पर भद्रा के चलते यह त्यौहार 2 तिथियों में बंट गया है। भद्रा काल 30 अगस्त को सुबह पूर्णिमा तिथि के साथ आरंभ हो जाएगा और रात 9 बजकर 2 मिनट तक रहेगा।
हालांकि रक्षाबंधन पर बन रहे कई शुभ योग त्यौहार का महत्व भी बढ़ाएंगे। ज्योतिष गणना के अनुसार रक्षाबंधन पर 700 साल बाद पंच महायोग बनने जा रहा है। 30 अगस्त को सूर्य, बुध, गुरु, शुक्र और शनि ग्रह पंच महायोग का निर्माण करने जा रहे हैं। ग्रहों की ऐसी स्थिति बुधादित्य, वासरपति और शश योग भी बनाएगी। ज्योतिषविदों का कहना है कि ऐसी शुभ दशा में राखी बांधने का शुभ फल कई गुना बढ़ सकता है।
ज्योतिषियों के मुताबिक इस वर्ष रक्षाबंधन का त्यौहार 30 और 31 अगस्त दोनों तिथियों पर मनाया जा सकता है, इसमें केवल भद्रा काल की अवधि का ख्याल रखते हुए भाई को राखी बांधनी होगी। अगर आप 30 अगस्त को रक्षाबंधन मनाने वाले हैं तो रात 9 बजकर 2 मिनट पर भद्रा समाप्त होने के बाद ही भाई को राखी बांधें। यदि आप 31 अगस्त को रक्षाबंधन मनाने वाले हैं तो सुबह 7 बजकर 5 मिनट से पहले भाई की कलाई पर राखी बांधें। इसके बाद सावन पूर्णिमा के साथ ही रक्षाबंधन का त्यौहार समाप्त हो जाएगा।