Edited By Niyati Bhandari,Updated: 26 Feb, 2019 08:58 AM
आज 26 फरवरी, मंगलवार फाल्गुन कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है। हिंदू पंचांग के अनुसार दो पर्व मनाए जाएंगे कालाष्टमी और सीताष्टमी। सीताष्टमी पर्व को जानकी जयंती भी कहा जाता है। मान्यता के अनुसार आज के दिन देवी सीता का
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आज 26 फरवरी, मंगलवार फाल्गुन कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है। हिंदू पंचांग के अनुसार दो पर्व मनाए जाएंगे कालाष्टमी और सीताष्टमी। सीताष्टमी पर्व को जानकी जयंती भी कहा जाता है। मान्यता के अनुसार आज के दिन देवी सीता का प्राकट्य हुआ था इसलिए उनकी पूजा-अर्चना करने का विधान है। कालाष्टमी हर महीने के कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि को आती है। इस दिन भगवान शिव के अवतार कालभैरव की पूजा का विधान है। इसे भैरवाष्टमी भी कहा जाता है। मान्यता है की इस रोज़ मां दुर्गा का पूजा और व्रत करना शुभ फल देता है। ग्रहों की बात करें तो रात 11:03 तक अनुराधा नक्षत्र रहने वाला है। इसके स्वामी शनिदेव और देवता मित्रदेव हैं। इस शुभ नक्षत्र में कोई भी मंगल कार्य किया जा सकता है। विद्वान इस नक्षत्र को सफलता और सौभाग्य का प्रतीक मानते हैं। पंडित कमलनंद लाल से आज का राशिफल जानने के लिए यहां क्लिक करें और जानें राशि अनुसार कौन से उपाय करने से दुर्भाग्य से छुटकारा मिलेगा-
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मेष- गणेश जी को फूल चढ़ाएं।
वृष- तिल का दान करें।
मिथुन- बड़ों को चरण छूकर प्रणाम करें।
कर्क- काले कुत्ते को रोटी खिलाएं।
सिंह- भूखे को भोजन करवाएं।
कन्या- हनुमान चालीसा का पाठ करें।
तुला- तुलसी पर शाम को घी का दीपक जलाएं।
वृश्चिक- पक्षियों को सतनाजा खिलाएं।
धनु- ॐ नम: शिवाय मंत्र का जाप करें।
मकर- शिव मंदिर में नारियल चढ़ाएं।
कुंभ- ललाट पर चंदन का तिलक लगाना अच्छा रहेगा।
मीन- गुरु को प्रणाम करने के बाद ही कोई काम शुरु करें।
कुंभ के बारे में कितना जानते हैं आप !