Edited By Prachi Sharma,Updated: 13 Feb, 2024 08:15 AM
हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास के शुक्ल की सप्तमी तिथि के दिन रथ सप्तमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से ग्रहों के राजा सूर्य
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Rath Saptami 2024: हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास के शुक्ल की सप्तमी तिथि के दिन रथ सप्तमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से ग्रहों के राजा सूर्य देव का पूजन किया जाता है। सूर्य देव सामाजिक पद-प्रतिष्ठा, उच्च पद और आरोग्य के कारक होते हैं। इनकी पूजा करने से व्यक्ति का जीवन सफल और बीमारियों से मुक्त हो जाता है। शास्त्रों में ऐसे बहुत से उपाय बताए गए हैं जिन्हें रथ सप्तमी पर करने से मनचाही मनोकामना की पूर्ति होती है। तो चलिए जानते हैं कौन से हैं वो उपाय।
To remove sun defect in horoscope कुंडली में सूर्य दोष दूर करने के लिए
कुंडली में सूर्य दोष से मुक्ति पाने के लिए रथ सप्तमी के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त स्नान करने के बाद सूर्यदेव को जल में लाल चंदन, गुड़, लाल फूल आदि डालकर अर्घ्य दें।
इसके अलावा इस दिन तांबे के लोटे के साथ पीपल के पेड़ में जल दें। ऐसा करने से जातक को शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
You will get benefits by making Rangoli on this day इस दिन रंगोली बनाने से मिलेगा लाभ
शास्त्रों के अनुसार रथ सप्तमी के दिन रंगोली बनाना बेहद ही शुभ माना जाता है। इस दिन सूर्य देव का अवतरण हुआ था, इस वजह से उनके स्वागत के लिए उनके रथ की रंगोली बनाने से सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसी के साथ बता दें कि रथ सप्तमी के दिन मिट्टी के बर्तन में दूध डालकर सूर्य की गर्मी के उसे उबाला जाता है। बाद में इस दूध का भोग सूर्य देव को लगाते हैं।
Donate sesame seeds on this day इस दिन करें तिल का दान
माघ माह में रथ सप्तमी का पर्व मनाया जाता है और माघ के महीने में तिल का बेहद महत्व है। ऐसे में सूर्य देव को जल्दी प्रसन्न करने के लिए सूर्य देवता को काले तिल के लड्डू का भोग लगाना चाहिए। ऐसा करने से जातक को धन से जुड़ी परेशानियों से जूझना नहीं पड़ता है।
Take bath with this method इस विधि से करें स्नान
रथ सप्तमी के दिन स्नान करते समय जल में लाल चंदन, गंगाजल, केसर या लाल फूल डालना शुभ होता है। ऐसा करने से व्यक्ति के आस-पास बीमारियों का साया नहीं भटकता है।
Chant these mantras इन मंत्रों का करें जाप
ॐ सूर्याय नम:
ओम ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः। ओम घृणि सूर्याय नमः। ओम भास्कराय नम:। ओम आदित्याय नम:।
ॐ घृणि सूर्याय नम:
ॐ आदित्याय नम:
ॐ मित्राय नम:
उपायों के साथ-साथ इन मंत्रों का जाप करने से साधक को बहुत ही जल्दी फल प्राप्त होता है।