Edited By Niyati Bhandari,Updated: 27 Aug, 2025 03:17 PM

Rishi Panchami 2025: ऋषि पंचमी एक बहुत ही पवित्र तिथि है, जो भाद्रपद शुक्ल पक्ष की पंचमी को आती है। यह दिन विशेष रूप से महिलाओं के लिए शुद्धि और ऋषियों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए महत्वपूर्ण माना गया है। ऋषि पंचमी शुद्धि का पर्व है, जो विशेषकर...
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Rishi Panchami 2025: ऋषि पंचमी एक बहुत ही पवित्र तिथि है, जो भाद्रपद शुक्ल पक्ष की पंचमी को आती है। यह दिन विशेष रूप से महिलाओं के लिए शुद्धि और ऋषियों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए महत्वपूर्ण माना गया है। ऋषि पंचमी शुद्धि का पर्व है, जो विशेषकर महिलाओं द्वारा मासिक धर्म आदि के कारण हुई अशुद्धि के प्रायश्चित स्वरूप किया जाता है। हर वर्ष गणेश चतुर्थी के अगले दिन ऋषि पंचमी का व्रत रखा जाता है और इस हिसाब से वर्ष 2025 में ये व्रत 28 अगस्त को रखा जाएगा। ये व्रत महिलाओं के लिए बहुत खास होता है। कहते हैं जो भी स्त्री ये व्रत रखती है, उसकी हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है।
भारत के कई जगहों में इसे भाई पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। यह व्रत देवी-देवताओं को नहीं बल्कि सप्त ऋषियों को समर्पित है। इस दिन सप्त ऋषियों की पूजा करने का विधान है। जाने-अनजाने में हुई गलतियों से मुक्ति दिलाने के लिए भी ये व्रत उत्तम माना गया है।
जिस समय महिलाएं राजस्वला अर्थात पीरियड्स में होती हैं, उस समय उनसे जाने-अनजाने में कुछ धार्मिक गलतियां हो जाती हैं। जिसकी हिंदू शास्त्र आज्ञा नहीं देते। वो काम पाप की श्रेणी में आते हैं। मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से पापों से मुक्ति मिलती है। कुछ ऐसे भोज्य पदार्थ हैं, ऋषि पंचमी के दिन जिनका प्रयोग भोजन में नहीं करना चाहिए।

ऋषि पंचमी के दिन महिलाएं न खाएं ये चीजें
हल से जुताई हुई चीजें
जमीन में बोया गया अनाज जैसे चावल, गेहूं, मक्का आदि
हर तरह की दालें
नमक
तामसिक भोजन न बनाएं और न ही खाएं
व्यसनों से दूर रहें

ऋषि पंचमी के दिन महिलाएं खाएं ये चीजें
साठी का चावल जिसे मोरधन कहतें हैं। सम, संवत चावल या लिटिल बाजरा के नाम से भी इसे जाना जाता है।
दही
