Kundli Tv- श्रीरामचरितमानस- एेसे लोगों से नहीं करनी चाहिए प्यार-मोहब्बत की बात

Edited By Jyoti,Updated: 24 Sep, 2018 01:19 PM

shri ramcharit manas in hindi

श्रीरामचरित्रमानस में वर्णित प्रसंग के अनुसार जब हनुमान जी ने सीता माता की खोज कर श्रीराम के उनके लंका में होने की जानकारी दी। तब श्रीराम ने वानर सेना के साथ। मिलकर दक्षिण क्षेत्र मे समुद्र किनारे पहुंचे और समुद्र से लंका पार जान की अनुमति मांगी

ये नहीं देखा तो क्या देखा (देखें Video)
श्रीरामचरित्रमानस में वर्णित प्रसंग के अनुसार जब हनुमान जी ने सीता माता की खोज कर श्रीराम के उनके लंका में होने की जानकारी दी। तब श्रीराम ने वानर सेना के साथ। मिलकर दक्षिण क्षेत्र मे समुद्र किनारे पहुंचे और समुद्र से लंका पार जान की अनुमति मांगी। लेकिन समुद्र ने श्रीराम की आग्रह को नहीं माना और इस प्रकार तीन दिन बीत गए।  तीन दिन के बाद राम जी ने क्रोध में आकर बोले भय बिनु होइ न प्रीति। जिसका अर्थ यह है कि श्रीराम क्रोधित होकर लक्ष्मण से कहते हैं भय बिना प्रीति नहीं होती है यानि बिना डर दिखाए कोई भी हमारा काम नहीं करता। इसके बाद श्री राम ने लक्ष्मण को कुछ और दोहे बताए जिसमें कि किस व्यक्ति से कैसी बात न करनी चाहिए। ये हैं वे दोहे और उनका अर्थ। 

PunjabKesari
दोहे-
लछिमन बान सरासन आनू। 
सोषौं बारिधि बिसिख कृसानू।।
सठ सन बिनय कुटिल सन प्रीती। 
सहज कृपन सन सुंदर नीती।।
 

भावार्थ-
मूर्ख व्यक्ति से न करें प्रार्थना
श्रीराम लक्ष्मण से कहते हैं- हे लक्ष्मण। धनुष-बाण लेकर आओ, मैं अग्नि बाण से समुद्र को सूखा डालता हूं। किसी मूर्ख से विनय की बात नहीं करना चाहिए। कोई भी मूर्ख व्यक्ति दूसरों के आग्रह या प्रार्थना को समझता नहीं है, क्योंकि वह जड़ बुद्धि होता है। मूर्ख लोगों को डराकर ही उनसे काम करवाया जा सकता है।

PunjabKesari
एेसे व्यक्ति के साथ न करें प्रेम से बात
इसके बाद श्री राम कहते हैं कि जो व्यक्ति कुटिल स्वभाव वाला होता है, उससे प्रेम पूर्वक बात नहीं करना चाहिए। कुटिल व्यक्ति प्रेम के लायक नहीं होते हैं। ऐसे लोग सदैव दूसरों को कष्ट देने का ही प्रयास करते हैं। ये लोग स्वभाव से बेईमान होते हैं, भरोसेमंद नहीं होते हैं। अपने स्वार्थ के लिए दूसरों को संकट में डाल सकते हैं। अत: कुटिल व्यक्ति से प्रेम पूर्वक बात नहीं करना चाहिए।


कंजूस से न करें दान की बात
आख़िर में श्रीराम लक्ष्मण से कहते हैं कि जो लोग स्वभाव से ही कंजूस हैं, धन के लोभी हैं, उनसे उदारता की, किसी की मदद करने की, दान करने की बात नहीं करना चाहिए। कंजूस व्यक्ति किसी भी परिस्थिति में धन का दान नहीं कर सकता है। कंजूस से ऐसी बात करने पर हमारा ही समय व्यर्थ होगा।
PunjabKesari
Kundli Tv- पितृपक्ष के इस उपाय से दूर हो जाएगा पागलपन (देखें Video)

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!