कर्क लग्न: Stock Market में करोड़पति बनाने वाले योग

Edited By Updated: 08 Aug, 2025 09:06 AM

Stock Market Astrology: आज बात करेंगे कर्क लग्न के जातकों के लिए ऐसे जातक जो शेयर बाजार में ट्रेड करते हैं। यहां पर जो बात होगी, वह कर्क लग्न के जातकों की होगी। ट्रेड के लिए जो प्लनेट जिम्मेवार होता वो है चंद्रमा आपका क्योंकि चंद्रमा मन का कारक होता...

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

Stock Market Astrology: आज बात करेंगे कर्क लग्न के जातकों के लिए ऐसे जातक जो शेयर बाजार में ट्रेड करते हैं। यहां पर जो बात होगी, वह कर्क लग्न के जातकों की होगी। ट्रेड के लिए जो प्लनेट जिम्मेवार होता वो है चंद्रमा आपका क्योंकि चंद्रमा मन का कारक होता है और चंद्रमा से ही आपका ग्रीड एंड फियर आता है। मन में कर्क लग्न जो है वह उसका स्वामी भी खैर खुद चंद्रमा ही है। तो चंद्रमा की पोजीशन आपकी कुंडली में यदि अच्छी है तो आप जल्दी से ग्रीड एंड फेयर का शिकार नहीं होते। 

मान लीजिए आपका कर्क लग्न की ही कुंडली है। यदि आपकी कुंडली में चंद्रमा के बाएं या दाएं सूर्य है तो आपका चंद्रमा वीक है। चंद्रमा से 12वें भाव में हो सकता है। चंद्रमा से दूसरे भाव में होता है तो यह तो बिल्कुल वीक वाली स्थिति में आ जाएगा। यदि आपका चंद्रमा 11वें में भी है राशि में बैठा है, कर्क राशि में बैठा है तो यदि आपका सूर्य दो राशि पे यानी कि 11वें भाव में भी है या आपका कन्या राशि में भी है तो भी चंद्रमा वीक हो जाएगा। 

ऐसी स्थिति में आपका चंद्रमा सूर्य से बहुत ज्यादा दूर नहीं जाएगा। चंद्रमा खराब होता है तो आप डिसीजन टाइम पे नहीं ले पाते। यदि आपका लग्न कर्क है तो चंद्रमा और सूर्य चंद्रमा कहीं पर भी पड़े हो सकते हैं। दशम में पड़े हैं तो आपका सूर्य सप्तम में होना चाहिए या लग्न में होना चाहिए। ये कम से कम 100 डिग्री के बीच-बीच में आ जाएगा या कहीं पर भी सूर्य चंद्रमा आमने सामने है तो जो है वो दूर चले जाएंगे। आपकी कुंडली में 12वां भाव वो स्पेकुलेशन का भाव होता है। जहां से हम एम.सी.एक्स वाले ट्रेड देखते हैं या फिर आप फ्यूचर के ट्रेड देखते हैं या ऑप्शंस के जो ट्रेड देखते हैं वो सारी स्पेकुलेशन में आती है। तो 12वां भाव स्पेकुलेशन का भाव है। यदि 12वां भाव पीड़ित है तो आप स्पेकुलेट अच्छे से नहीं कर पाएंगे। आप वहां पर बाजार में फंस जाएंगे। 

मान लीजिए आपके 12वें भाव में शनि पड़ा है। मंगल आपका पंचम भाव में पड़ा है तो आठवीं दृष्टि आपके 12वें भाव के ऊपर आ जाएगी। इसका मतलब यह हुआ कि दो पाप ग्रहों का प्रभाव आपके कुंडली में 12वें भाव में आ गया है तो 12वां भाव पीड़ित हो गया। यदि मंगल-शनि ही 12वें में चले गए या मान लीजिए शनि बैठा है आपके 12वें में और राहु आपका फोर्थ हाउस में बैठा है। वह पांचवी दृष्टि से उसको देखेगा या नौवीं दृष्टि उसको। 

शनि 12वें में है, राहु फोर्थ में है, मंगल फिफ्थ में है या मंगल सिक्स्थ में है तो भी वह तीन पाप ग्रहों से पीड़ित हो जाएगा। तो इसको यदि इस तरह की कुंडली है तो बाजार में फ्यूचर एंड ऑप्शन का काम मत करिए, स्पेकुलेशन का काम मत करिए। यहां पर आपको नुकसान हो जाएगा। उसका एक रीज़न यह भी है कि यदि आपका 12वां पीड़ित है तो सम हाउस पंचम में यदि मंगल बैठा है तो वह आपका 11वां भी पीड़ित कर देगा क्योंकि सीधी दृष्टि 11वें भाव के ऊपर जाएगी। 11वां आय का भाव होता है। अब यहां पर आपकी कुंडली में शुक्र की स्थिति अच्छी होनी चाहिए। कर्क लग्न के जातकों के लिए और सूर्य की स्थिति भी अच्छी होनी चाहिए क्योंकि शुक्र आपके लिए आय के स्थान के स्वामी हो जाएंगे और सूर्य आपके लिए धन स्थान के स्वामी हो जाएंगे। इसके अलावा गुरु की स्थिति आपके लिए अच्छी होनी बहुत जरूरी है। यदि आप बाजार में स्पेकुलेशन वाला काम करना चाहते हैं क्योंकि गुरु आय और धन दोनों भावों के कारक होते हैं और पंचम के भी कारक गुरु होते हैं। 

मान लीजिए पंचम आपका पीड़ित हो गया और आपका 12वां पीड़ित हो गया, आपका शुक्र पीड़ित हो गया, आपका सूर्य पीड़ित हो गया, आपका गुरु पीड़ित हो गया, तो बाजार में मत आइए। यदि चंद्रमा भी वीक है तो बाजार में मत आइए, यह फैक्टर जरूर चेक करिए। जब आप ट्रेड करने जा रहे हैं, तो कुंडली का एनालिसिस किसी अच्छे विशेषज्ञ से जरूर करवाइए कि क्या आपको इसमें आना भी चाहिए या नहीं आना चाहिए। बहुत सारे लोग हर साल आते हैं नए मार्केट में। बहुत सारे लोगों की जब कुंडलियां देखते हैं, कुंडलियों का विश्लेषण करते हैं, तो बहुत सारी चीजें समझ में आती हैं। तो, यह कॉम्बिनेशन यदि आपके चार्ट में है, तो बाजार में मत आइए। यह बाजार आपके लिए नहीं है। खासतौर पर स्पेकुलेटिव ट्रेड के लिए। यदि आपको आपकी कुंडली में ऐसे योग है कि आपको बाजार में आना चाहिए। मान लीजिए आपका 12वां भाव अच्छा है। अब राहु की बजाय सूर्य आपका आपका गुरु है वो फोर्थ हाउस में आ गया। तो जब गुरु फोर्थ हाउस में आ जाएगा तो 12वें को पॉजिटिव दृष्टि से देखेंगे। तब यहां पर एक तो यह स्थिति होगी कि गुरु की दृष्टि कर्म भाव के ऊपर भी होगी, गुरु की दृष्टि 12वें भाव के ऊपर भी होगी और गुरु की दृष्टि अष्टम भाव के के ऊपर भी होगी। अष्टम रिसर्च का भाव है। ऐसे लोग मार्केट से जरूरी रिसर्च कर लेते हैं। 

नरेश कुमार
https://www.facebook.com/Astro-Naresh-115058279895728

Trending Topics

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!