Edited By Jyoti,Updated: 28 Nov, 2019 11:03 AM
वास्तु शास्त्र की मानें तो हमारे आस-पास मौज़ूद हर वस्तु का प्रभाव मानव जीवन पर बाख़ूबी पड़ता है। इसमें पेड़-पौधे से लेकर घर आदि के दरवाज़े-खिड़की तक शामिल होते हैं। परंतु क्या आप जानते हैं इन चीज़ों में किचन के बर्तन भी शामिल हैं।
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वास्तु शास्त्र की मानें तो हमारे आस-पास मौज़ूद हर वस्तु का प्रभाव मानव जीवन पर बाख़ूबी पड़ता है। इसमें पेड़-पौधे से लेकर घर आदि के दरवाज़े-खिड़की तक शामिल होते हैं। परंतु क्या आप जानते हैं इन चीज़ों में किचन के बर्तन भी शामिल हैं। जी हां, आपको जानकर यकीनन हैरानी होगी परंतु वास्तु में इस बात का उल्लेख किया गया है। इसके अनुसार बर्तन भी व्यक्ति की किस्मत को चमकाने में अपना योगदान देते हैं। हम जानते हैं जितनी देर हम आपको बताएंगे नहीं कि कैसे बर्तन का इस्तेमाल आपकी सोई तकदीर जगा सकता है, आप इस पर यकीन नहीं करेंगे। तो आपको और इंतज़ार न करवाते हुए बताते हैं आपको वास्तु शास्त्र में बताए गए इससे संबंधित तथ्यों के बारे में-
कुछ लोगों को आदत होती है कि वो अपने घर में टूटे-फूटे बर्तन रखते हैं जिन्हें रखना वास्तु के मुताबिक ठीक नहीं माना जाता। बल्कि इसके अनुसार अगर किसी पात्र में कोई ज़रा सी भी खरोंच आ जाए या निशान आ जाए तो उसे कभी भोजन आदि करने के लिए इस्तेमाल नही करना चाहिए, इससे पूरे घर पर बुरा असर पड़ता है।
वास्तु के मुताबिक पुराने या टूटे-फूटे बर्तनों को संभालकर स्टोर रूम में नहीं रखना चाहिए जो वास्तु की दृष्टि से अशुभ माना जाता है। वास्तु विज्ञान में इसे एक दोष की भांति देखा जाता है।
माना जाता है टूटे-फूटे बर्तन दरिद्रता की ओर संकेत करते हैं। इसलिए जो इन्हें रखता है उनके घर में दरिद्रता बढ़ती है जिससे आर्थिक हानि होती है।
वास्तु के मुताबिक अगर संभव हो तो चांदी के बर्तनों में भोजन करना चाहिए। माना जाता है ये तन, मन और धन के लिए अनुकूल होते हैं क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है जिससे शरीर से गर्मी का नाश होता है।
तो वहीं सोने के बर्तनों में भोजन करने से शरीर ठोस, सशक्त और पराक्रमी बनता है। वास्तु के मुताबिक पुरूषों के लिए सोने के बर्तनों में भोजन करना अधिक लाभदायक माना गया है।