Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Mar, 2018 02:28 PM
आज कल बहुत से लोग अपने सपनों को पूरा करने के लिए कई तरह के कर्ज ले लेते हैं। कर्जा यानी किसी से उधार लिया पैसा। यह पैसा या तो लोग बैंकों से लेते है या कई बार किसी अन्य इंसान से। लेकिन इन कर्जों के चलते इंसान को कितनी परेशानियों का सामना करना पड सकता...
आजकल बहुत से लोग अपने सपनों को पूरा करने के लिए कई तरह के कर्ज ले लेते हैं। कर्जा यानी किसी से उधार लिया पैसा। यह पैसा या तो लोग बैंकों से लेते है या कई बार किसी अन्य इंसान से। लेकिन इन कर्जों के चलते इंसान को कितनी परेशानियों का सामना करना पड सकता है, इसके बार में उनके कुडंली संबंधित दोषों से पता चल सकता है। जिस किसी के जीवन में भी कर्ज नामक यह दलदल हो, वो आसानी से उससे बाहर नहीं निकल पाता। परंतु यदि व्यक्ति ज्योतिष के कुछ विशेष उपायों को अपनाएं तो उसकी कुंडली के अशुभ योगों का असर कम किया जा सकता है। इन उपायों से धन लाभ के अवसर बढ़ सकते हैं।
कुंडली व कर्ज से संबंधित योग
ज्योतिष के मुताबिक कुंडली का षष्ठम, अष्टम और द्वादश भाव कर्ज से संबंधित होता है। साथ ही, मंगल ग्रह को कर्ज का कारक ग्रह माना जाता है।
मंगल के कमजोर होने पर या पापग्रह से संबंधित होने पर या अष्टम, द्वादश, षष्ठम भाव में अशुभ होने पर व्यक्ति ऋणी बना रहता है।
अगर इन भावों पर और मंगल पर शुभ ग्रहों की दृष्टि हो तो कर्ज तो होता है, लेकिन कर्ज उतर सकता है।
ध्यान रखें मंगलवार और बुधवार को धन के लेन-देन से संबंधित काम नहीं करना चाहिए।
कर्ज निवारण उपाय
शनिवार को ऋणमुक्तेश्वर महादेव का पूजन करें।
मंगल की भातपूजा, दान, होम और जप करें।
मंगल एवं बुधवार को कर्ज का लेन-देन न करें।
लाल, सफेद वस्त्रों का अधिकतम प्रयोग करें।
श्रीगणेश को प्रतिदिन दूर्वा और मोदक का भोग लगाएं।
श्रीगणेश का अथर्वशीर्ष का पाठ प्रति बुधवार करें।
शिवलिंग पर रोज कच्चा दूध चढ़ाएं।