Edited By Sonia Goswami,Updated: 29 Dec, 2018 04:43 PM
आप कोई रेस्टोरेंट, ढ़ाबा या फ़ूड वैन खोलना चाहते हैं तो आपके लिए अब कोई दिक्कत नहीं होगी। फूड रेगुलेटर एफएसएसएआई छोटे फूड बिजनेस के लिए सभी कागजी काम एक घंटे में पूरा करने का दावा किया है।
नई दिल्लीः आप कोई रेस्टोरेंट, ढ़ाबा या फ़ूड वैन खोलना चाहते हैं तो आपके लिए अब कोई दिक्कत नहीं होगी। फूड रेगुलेटर एफएसएसएआई छोटे फूड बिजनेस के लिए सभी कागजी काम एक घंटे में पूरा करने का दावा किया है। छोटे उद्योगों के लिए 59 मिनट में एक करोड़ के लोन की स्कीम के तर्ज पर फूड बिजनेस के लिए रजिस्ट्रेशन भी संभव होगा। इसके लिए सभी जिलों मे कैंप लगाए जाएंगे, जहां एक ही जगह पर फूड बिजनस से जुड़ी सारी जरूरतें पूरी कर सकेंगे।
कैसे खोले अपना रेस्टोरेंट
रेस्टोरेंट खोलते वक्त आपके पास पैसे, मेनू, स्थान, कॉन्सेपट, मार्केट रिसर्च और ऑपरेटिंग सिस्टम का ज्ञान होना चाहिए। रेस्टोरेंट खोलने के लिए आपको योजनाबद्ध एवं आपके पास पर्याप्त धन होना चाहिए। आज रेस्टोरेंट खोलने के लिए कई सारे विकल्प मौजूद हैं। स्थानीय व्यजनों के अलावा अगर आपको लगता है कि लोग नॉन वेज खाने का जायका भी चखना पसंद करते हैं तो आप इस तरह के भी रेस्टोरेंट खोल सकते हैं। रेस्टोरेंट के संचालन में उसका स्थान भी एक अहम भूमिका निभाता है मान लीजिए अगर आप मॉल में रेस्टोरेंट खोलते हैं, तो फास्ट फूड के चलने की संभावना अधिक है।
खर्चों की बनाएं लिस्ट
नए रेस्टोरेंट को खोलने में लगने वाली लागत रेस्टोरेंट की व्यवसाय योजना की एक लागत की लिस्ट तैयार करें। इसमें आने वाले महीनों में रेस्टोरेंट के संचालन में लगने वाले खर्चों को जोडें। सभी गणना सटीक होनी चाहिए तथा आपको इस व्यवसाय से जुडे विभिन्न वित्तीय पहलुओं की जानकारी होनी चाहिए।
कानून को जानिए
रेस्टोरेंट खोलने से पहले आपको संबंधित स्थानीय संगठन से आवश्यक लाइसेंस एवं परमिट प्राप्त करना होगा। स्वास्थ्य सेवा भोजन प्रतिष्ठान परमिट, प्रमाणीकरण को जारी करने वाला एक महत्वपूर्ण विभाग है। इसके अलावा, मालिकों को पर्याप्त बीमा कवरेज भी प्राप्त करना होगा।
इंटीरियर और मेन्य लिस्ट
स्थानीय लोगों की रुचि को ध्यान में रख कर बनाएं। व्यंजनों की कीमत बाज़ार के अनुसार ही रखें। रेस्टोरेंट का इंटीरियर उसके आकर्षण का केंद्र है और रेस्टोरेंट खोलते वक्त आपको उसके इंटीरियर पर खास ध्यान देना होगा। आज कल लोग कुछ अलग तरह के इंटीरियर वाले रेस्टोरेंट को भी काफी पसंद करते हैं। फर्नीचर काफी खूबसूरत होना चाहिए और फर्नीचर खरीददारी काफी तोल-मोल करें।
रेस्टोरेंट का प्रचार करें
विज्ञापन लोगों तक पहुंचने का एक मात्र ज़रिया है। यदि आप रेस्टोरेंट की मौजूदगी को बताना चाहते हैं तो इसका आरंभ रेस्टोरेंट के शुरूआती दिनों में ही हो जाना चाहिए। ब्लॉगिंग रेस्टोरेंट के बारे में जागरूकता पैदा करना का एक अच्छा तरीका है। आप सॉशल मीडिया के ज़रिए समय-समय पर ब्लॉग लिख कर लोगों को अपडेट रख सकते हैं। इस माध्यम से आप रेस्टोरेंट में परोसे जाने वाले नए व्यंजनों के बारे में भी बता सकते हैं।
इंटरनेट के माध्यम से लोगों को बताएं
आप चाहें तो ब्लॉग पर टिप्पणियां लिखने वालों के साथ चैट भी कर सकते हैं और रेस्टोरेंट की सजावट व स्टाइल तथा नए व्यंजनों पर चर्चा कर सकते हैं। छूट द्वारा आप लोगों को अपने रेस्टोरेंट कि ओर खींच सकते हैं यह काफी अच्छा तरीका है तथा रेस्टोरेंट की सफलता में मददगार साबित हो सकता है।
कर्मचारियों की भर्ती की प्रक्रिया
रेस्टोरेंट में काम करने वाले प्रत्येक कर्मचारी को अपनी जिम्मेदारियां बखूबी पता होनी चाहिए। जरूरत के अनुसार कर्मचारियों की फेरबदल करना सही नहीं होगा। कर्मचारी को रेस्टोरेंट के जिस विभाग को संभालने की जिम्मेदारी दी गई हो उसे वही विभाग संभालना चाहिए। काम पर लगाने से पहले सभी कर्मचारियों को प्रशिक्षित जरूर करें। प्रशिक्षण द्वारा वे अपनी जिम्मेदारियों को अच्छे से समझ व निभा पाएंगे। अप्रशिक्षित कर्मचारियों से आपके रेस्टोरेंट को नुकसान हो सकता है।
फीडबैक लेना जरूरी
अपनी सेवाओं के कारण मैकडॉनल्ड्स, डोमिनोज़, पिज्जा हट और सबवे जैसे कई अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड भारतीय बाजार में खुद को स्थापित कर चुके हैं। ये केवल ग्राहक को स्वादिष्ट भोजन ही नहीं बल्कि उनके बिताए गए समय को मुल्यवान बनाते हैं। इस दिशा में पिज्जा हट एक नए कॉन्सेपट को लेकर आया, जिसमें वे अपने संतुष्ट ग्राहक को घंटी बजाने का मौका देते हैं। इसी तरह से आप भी अपने ग्राहकों से खाने को लेकर फीडबैक ले सकते हैं।