Edited By Parveen Kumar,Updated: 18 Dec, 2025 07:47 PM

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) के मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कोलकाता के लालबाजार थाने में अर्जेंटीना फैन क्लब के अध्यक्ष उत्तम साहा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। गांगुली का आरोप है कि उत्तम साहा ने सॉल्ट लेक स्थित...
नेशनल डेस्क: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (CAB) के मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कोलकाता के लालबाजार थाने में अर्जेंटीना फैन क्लब के अध्यक्ष उत्तम साहा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। गांगुली का आरोप है कि उत्तम साहा ने सॉल्ट लेक स्थित युवा भारती स्टेडियम की घटना में उन्हें जानबूझकर फंसाने की कोशिश की और उनके खिलाफ झूठे, दुर्भावनापूर्ण व अपमानजनक बयान देकर उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया।
यह मामला उस समय चर्चा में आया था जब दिग्गज फुटबॉलर लियोनेल मेसी से जुड़े एक इवेंट के दौरान सॉल्ट लेक स्टेडियम में अफरातफरी मच गई थी। सौरव गांगुली ने अपनी शिकायत में कहा है कि उत्तम साहा लगातार उनके खिलाफ बेबुनियाद और मानहानिकारक आरोप लगाते रहे, जिससे न सिर्फ उनके व्यक्तिगत सम्मान को ठेस पहुंची बल्कि सार्वजनिक रूप से उनकी छवि भी प्रभावित हुई।
पूर्व भारतीय कप्तान ने आरोप लगाया कि यह सब जानबूझकर और उद्देश्यपूर्वक किया गया। इसी के तहत सौरव गांगुली ने उत्तम साहा को पहले कानूनी नोटिस भेजा और अब उनके खिलाफ 50 करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा दायर किया है। गांगुली का कहना है कि लगाए गए आरोपों का कोई वास्तविक आधार नहीं है और इन्हें गलत तरीके से सार्वजनिक किया गया।
घटना वाले दिन सौरव गांगुली युवा भारती स्टेडियम में मौजूद जरूर थे, लेकिन वह एक अलग हिस्से में थे। हालात बिगड़ने पर वह निराश होकर कार्यक्रम स्थल से चले गए थे। गांगुली ने साफ किया कि वह कार्यक्रम में केवल अतिथि के रूप में शामिल हुए थे और लियोनेल मेसी से जुड़े आयोजन की व्यवस्थाओं से उनका कोई संबंध नहीं था।
सौरव गांगुली के वकीलों का कहना है कि यह मुकदमा उनकी सार्वजनिक प्रतिष्ठा की रक्षा और भविष्य में इस तरह के झूठे आरोपों पर रोक लगाने के मकसद से दायर किया गया है। उत्तम साहा की ओर से लगाए गए आरोपों ने गांगुली की छवि और व्यक्तिगत सम्मान को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। अब इस हाई-प्रोफाइल मामले की सुनवाई पर देशभर के खेल प्रशंसकों की नजरें टिकी हैं, क्योंकि यह विवाद क्रिकेट की दुनिया से निकलकर फैन क्लबों और सार्वजनिक आयोजनों तक पहुंच चुका है।