Edited By Mehak,Updated: 19 Dec, 2025 12:09 PM

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार रात बांग्लादेश के मैमनसिंह ज़िले में कथित ईशनिंदा के आरोप में एक हिंदू व्यक्ति को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला और बाद में उसके शव को पेड़ से बांध दिया और जला दिया। देश में प्रमुख जुलाई विद्रोह नेता शरीफ उस्मान हादी की...
नेशनल डेस्क : बांग्लादेश के मैमनसिंह जिले में गुरुवार रात ईशनिंदा के आरोप में एक हिंदू युवक की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब देश में शेख हसीना विरोधी छात्र आंदोलन के नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।
घटना के अनुसार, मृतक की पहचान दीपू चंद्र दास के रूप में हुई है। वह एक युवा गारमेंट फैक्ट्री मजदूर था और स्थानीय पुलिस के मुताबिक, कुछ लोगों ने उस पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया। रात करीब 9 बजे एक बड़ी भीड़ ने उस पर हमला किया और बेरहमी से पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी।
पुलिस और अधिकारियों ने बताया कि हत्या के बाद भी भीड़ शांत नहीं हुई। कट्टरपंथियों ने युवक के शव को पेड़ से बांध दिया और फिर जला दिया। पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करके शव को कब्जे में लिया। पोस्टमार्टम के लिए शव को मैमनसिंह मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल भेजा गया।
अभी तक इस नृशंस हत्याकांड में किसी के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया गया है। पुलिस ने कहा है कि वे पीड़ित के परिवार वालों को ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं और औपचारिक शिकायत दर्ज होने के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
विशेष रूप से यह घटना ऐसे समय हुई है जब भारत विरोधी नेता और कट्टरपंथी संगठन इंकलाब मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद बांग्लादेश के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। हादी को 12 दिसंबर को ढाका में बाइक सवार हमलावरों ने गोली मारी थी। उन्हें एयर एंबुलेंस से सिंगापुर ले जाया गया था, जहां गुरुवार को उनका निधन हो गया।
इस घटना ने बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों और आम नागरिकों में डर और असुरक्षा की भावना पैदा कर दी है। अधिकारियों ने स्थिति पर नियंत्रण के लिए अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है और हिंसा फैलने से रोकने के प्रयास जारी हैं।