National Education Day 2021: क्यों आज के दिन मनाया जाता है शिक्षा दिवस, जानें इसका महत्व और इतिहास

Edited By rajesh kumar,Updated: 11 Nov, 2021 01:36 PM

why education day is celebrated on this day

देश में हर साल 11 नवंबर के दिन राष्ट्रीय शिक्षा दिवस (National Education Day 2021) मनाया जाता है। देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती के दिन इस दिवस को मनाया जाता है।

एजुकेशन डेस्क: देश में हर साल 11 नवंबर के दिन राष्ट्रीय शिक्षा दिवस (National Education Day 2021) मनाया जाता है। देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती के दिन इस दिवस को मनाया जाता है। भारत की आजादी के बाद मौलाना अबुल कलाम ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की स्थापना की थी। आजाद उर्दू में कविताएं भी लिखते थे इन्हें लोग कलम के सिपाही के नाम से भी जानते हैं।

PunjabKesari
क्यों मनाया जाता है शिक्षा दिवस 

  • सन 1888 में स्वतंत्रता सेनानी मौलाना अबुल कलाम आजाद का जन्म हुआ था।
  • मौलाना अबुल कलाम आजाद ने 15 अगस्त 1947 से 2 फरवरी 1958 तक देश के शिक्षा मंत्री के तौर पर सेवा दी थी। 
  • मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 11 सितंबर, 2008 को घोषणा की कि भारत में अबुल कलाम आजाद ने शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान हैं, इसलिए उनको याद करके भारत के इस महान पुत्र के जन्मदिन को शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
  • जिसके बाद हर साल 11 नंवबर के दिन को शिक्षा दिवस के रुप में मनाया जाता है। 


आधुनिक विज्ञान पर दिया जोर 
1950 में संगीत नाटक अकादमी, साहित्य अकादमी, ललित कला अकादमी का गठन हुआ था। ये सब आजाद की अगुवाई में ही हुआ था। इसके साथ ही 1949 में, सेंट्रल असेंबली में, उन्होंने आधुनिक विज्ञान के महत्व पर ज्यादा जोर दिया था। 

PunjabKesari
विशेष कार्यक्रमों का आयोजन
राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के दिन मौलाना अबुल कलाम आजाद के योगदानों को याद किया जाता है। मौलाना की जयंती के दिन स्कूलों व कॉलेजों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन होता है और बच्चों के बीच खेल व कई प्रतियोगिताएं करवाईं जाती हैं। 

PunjabKesari
भारत रत्न से किया गया सम्मानित 
भारत सरकार ने साल 1992 में देश के सबसे बड़े सम्मान भारत रत्न से मौलाना अबुल कलाम आजाद को सम्मानित किया था। उन्हें ये सम्मान मरणोपरांत के बाद दिया गया था। उन्होंने हमेशा सादगी भरा जीवन जीना पंसद था। उनका देहांत 22 फरवरी 1958 दिल्ली में हुआ था। आपको यह जानकारी हैरानी होगी कि इतना बड़ा आदमी होने के वाबजूद उनके पास कोई संपत्ति नहीं थी और न ही कोई बैंक खाता था।

 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!