Edited By ,Updated: 28 Jan, 2015 06:27 AM
सावधान! अगर आपने शहर में प्राइवेट खाद-बीज दुकानों से खाद-बीज लिया है तो वह नकली भी हो सकता है। इसका खुलासा कृषि विभाग द्वारा लिए गए सैम्पलों.....
रोहतक (रविन्द्र श्योराण) : सावधान! अगर आपने शहर में प्राइवेट खाद-बीज दुकानों से खाद-बीज लिया है तो वह नकली भी हो सकता है। इसका खुलासा कृषि विभाग द्वारा लिए गए सैम्पलों में से कुछ सैम्पल फेल आने पर हुआ है। सैम्पल फेल आने पर डी.डी.ए. ने खाद-बीज संचालकों को नोटिस जारी किया है। वहीं, जिस भी खाद व बीज के सैम्पल फेल मिले हैं उनकी बिक्री पर भी विभाग ने पाबंदी लगा दी है। ऐसे में उन किसानों की समस्या बढ़ गई है जिन्होंने उन दुकानों से खाद-बीज खरीदा है। जी हां, हम बात कर रहे हैं किसानों द्वारा रबी के मौसम की फसल के लिए ली गई खाद-बीज व खरपतवार नाशक दवाइयों की। जिले में सैंकड़ों खाद-बीज की दुकानें खुली हुई हैं। जिन पर से किसान महंगे दामों पर खाद-बीज खरीदकर खेती करते हैं।
ऐसे में अगर वो नकली मिल जाए तो किसानों के लिए इससे बुरी बात और कोई नहीं हो सकती है। हाल ही में रबी के मौसम की बिजाई से पहले कृषि विभाग द्वारा लिए गए सैम्पलों में कुछ सैम्पल फेल मिले हैं जिसके चलते विभाग भी सकते में हैं क्योंकि विभाग का काम किसानों को अच्छी व उच्च गुणवत्ता का बीज उपलब्ध करवाना है। वहीं, किसान की रबी के मौसम में गेहूं की फसल मुख्य होती है। ऐसे में अगर वहीं, नकली मिले तो किसानों की पूरे साल की मेहनत बेकार जाएगी ही साथ में पूरे परिवार की जीविका चलाना भी उनके लिए दूभर हो जाएगी। विभाग द्वारा भी सैंपल तो बिजाई से पहले ले लेता है लेकिन उसकी लैब से की गई जांच की रिपोर्ट आने में टाइल लग जाता है जिससे किसानों को समय रहते यह पता नहीं चल पाता कि उनके द्वारा खरीदी गई खाद व बीज अच्छी व उच्च गुणवत्ता के हैं या नहीं।