Edited By Surinder Kumar,Updated: 25 Jun, 2022 12:37 PM
कर्मचारियों की ताकत के चलते कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई थी और अब कर्मचारियों के हितों के फैसले न लेने के चलते जयराम सरकार भी पिछले चारों उपचुनाव हारे हैं।
ऊना(विशाल स्याल): अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के पूर्व अध्यक्ष, प्रदेश सर्व कर्मचारी पैंशनर, श्रमिक, युवा, बेरोजगार संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष गोपाल दास वर्मा ने ऊना में पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि कांग्रेस ने कर्मचारी विरोधी निर्णय लिए थे जिसके चलते कर्मचारियों की ताकत के चलते कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई थी और अब कर्मचारियों के हितों के फैसले न लेने के चलते जयराम सरकार भी पिछले चारों उपचुनाव हारे हैं। वर्मा ने कहा कि आज जिस हिसाब से हिमाचल में कांग्रेस ओ.पी.एस. बहाल करने के दावे कर रही है। वह कांग्रेस बताए कि वीरभद्र सरकार में इसे हटाया क्यों गया था?
गोपाल दास वर्मा ने कहा कि नेता विपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री ने मुख्यमंत्री के ओकओवर में बैठने और हैलीकॉप्टर में घूमने पर टिप्पणी की है तो मुकेश को यह पता होना चाहिए कि वीरभद्र सिंह के कार्यकाल में हैलीकॉप्टर का जमकर दुरपयोग किया गया था और एक-एक दिन में 2-2 बाद दिल्ली की निजी यात्राएं होती थीं। वर्मा ने कहा कि यदि जयराम सरकार सत्ती और धूमल की बनाई चार्जशीट पर कार्रवाई करती तो आधे कांग्रेसी नेता जेल के अंदर होते। जयराम शरीफ आदमी है इसलिए कांग्रेसी आज बाहर घूम रहे हैं।
पूर्व कर्मचारी नेता गोपाल दास वर्मा ने कहा कि पिछले उपचुनावों में कांग्रेस ने भाजपा को नहीं हराया बल्कि भाजपा नेताओं ने कांग्रेस के साथ मिलकर भाजपा को हराया है। ऐसे नेताओं पर न तो जयराम ने कार्रवाई की और न ही संगठन ने।