Edited By ,Updated: 01 Aug, 2015 01:29 PM
खुंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस की एक और भयानक करतूत देखने को मिली। इराक की एक यजीदी महिला ने आईएसआईएस की क्रूरता की नई कहानी सुनाते हुए बताया कि आतंकी उसके चार साल के बच्चे को ट्रेनिंग कैंप में ले गए।
बेरुत: खुंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस की एक और भयानक करतूत देखने को मिली। इराक की एक यजीदी महिला ने आईएसआईएस की क्रूरता की नई कहानी सुनाते हुए बताया कि आतंकी उसके चार साल के बच्चे को ट्रेनिंग कैंप में ले गए। यहां उसे जबरन अरबी भाषा के अलावा कुरान और शरीयत की तालीम दी। इसके अलावा, हथियार चलाना भी सिखाया। हद तो तब हो गई जब आतंकियों ने उसके बेटे को तलवार देकर अपनी ही मां का सिर काटने के लिए कहा।
महिला का नाम बोहर (काल्पनिक नाम) है और वो उत्तरी इराक के दोहुक में एक रिफ्यूजी कैंप में रह रही है। महिला ने बताया कि मेरे बच्चे को कुरान पढऩा और अरबी बोलना सिखाया गया। आतंकी कहते थे कि हमें काफिरों के खिलाफ लडऩा है। एक बार आतंकी ने मेरे बेटे के हाथ में तलवार देकर कहा कि तुम्हे अपनी मां का सिर काटना है। उसने बताया कि बादुश जेल में उन्होंने हामो के दो बड़े भाई और एक बहन को भी बंधक बनाया था। बाद में वे उन्हें सीरिया ले गए। कुछ दोस्तों ने बताया कि आतंकी उन्हें रक्का ले गए हैं। मुझे उम्मीद है कि वे जिंदा होंगे।
ब्रिटिश वेबसाइट मेल ऑनलाइन को दिए इंटरव्यू में 35 साल की बोहर ने बताया कि उसके बेटे हामो (काल्पनिक नाम) और उसके तीन भाई-बहनों को पिछले साल अगस्त में सिंजार पर्वत से बंधक बनाया गया था। इन्हें 2000 यजीदियों के साथ बादुश और तल-अफर के बीच जेलों में बंधक बनाकर रखा गया था। चार महीने की यातना के बाद बोहर अपने बेटे के साथ आतंकियों की कैद से भागने में कामयाब रही।