अज़रबैजान के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय न्यायालय पहुंचा आर्मीनिया

Edited By Pardeep,Updated: 17 Sep, 2021 10:10 PM

armenia reaches the international court of justice against azerbaijan

आर्मीनिया अपने पड़ोसी अज़रबैजान के साथ दशकों से चल रहे क्षेत्र (सीमा) विवाद को संयुक्त राष्ट्र की सर्वोच्च अदालत में ले जा रहा है। आर्मीनिया ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में मामला दायर किया है और अज़रबैजान पर उस अंतरराष्ट्रीय संधि का उल्लंघन करने का...

हेगः आर्मीनिया अपने पड़ोसी अज़रबैजान के साथ दशकों से चल रहे क्षेत्र (सीमा) विवाद को संयुक्त राष्ट्र की सर्वोच्च अदालत में ले जा रहा है। आर्मीनिया ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में मामला दायर किया है और अज़रबैजान पर उस अंतरराष्ट्रीय संधि का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है, जिसका लक्ष्य नस्ली भेदभाव दूर करना है। अदालत ने बृहस्पतिवार को इसकी घोषणा की। अदालत ने कहा कि आर्मीनिया ने आरोप लगाया है, ‘‘आर्मीनियाई नफरत की राज्य प्रायोजित नीति के चलते आर्मीनियाइयों के साथ सुनियोजित भेदभाव, बड़े पैमाने पर हत्या, उत्पीड़न आदि किया जाता है।'' 
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यह मामला अज़रबैजान के नागोरनो कारबाख क्षेत्र से जुड़ा है, जो 25 साल से आर्मीनिया सरकार समर्थित जातीय आर्मीनियाई बलों के नियंत्रण में है। सोवियत काल में आर्मीनियाई बहुल क्षेत्र को अज़रबैजान के अंदर स्वायत्त क्षेत्र का दर्जा प्राप्त था। हालांकि, सोवियत संघ के विघटन के बाद ईसाई आर्मीनियाइयों एवं मुस्लिम अजरिस के बीच तनाव फैलता रहा और 1988 में तब संघर्ष उत्पन्न हो गया, जब इस क्षेत्र ने आर्मीनिया के साथ जुड़ने की कोशिश की। बाद में उनके बीच लंबा संघर्ष चला, जिसमें 30000 लोग मारे गए एवं 10 लाख लोग विस्थापित हुए। 
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आर्मीनिया ने आरोप लगाया कि अज़रबैजानियों ने पिछले साल के संघर्ष के दौरान नस्ली भेदभाव संधि का गंभीर उल्लंघन किया। अदालत के अनुसार, आर्मीनिया के मामले में कहा गया कि रूस की मध्यस्थता से 10 नवंबर को संघर्ष विराम प्रभाव में आने के बाद भी अज़रबैजान आर्मीनियाई युद्धबंदियों, बंधकों की हत्या, उत्पीड़न आदि में लगा। 

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