Edited By Tanuja,Updated: 15 Jul, 2020 02:58 PM
कोरोना महामारी से दुनिया भर में एक करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हैं व साढ़े 5 लाख से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है...
लंदनः कोरोना महामारी से दुनिया भर में एक करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हैं व साढ़े 5 लाख से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है। इस बीच करवाए गए एक सर्वेक्षण में पता चला है कि कोरोना के डर से 10 लाख से अधिक लोगों ने धूम्रपान छोड़ दिया है। charity Action on Smoking and Health (Ash) द्वारा करवाए गए इस सर्वेक्षण के अनुसार पिछले चार महीनों में 41% लोगों ने कोरोना के डर से सिगरेट पीना छोड़ दिया है। इसके अलावा यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (UCL) के एक सर्वे के अनुसार 2007 शुरू किए गए ऐसे सर्वेक्षण शुरू होने के बाद से किसी भी वर्ष की तुलना में जून 2020 ने सबसे अधिक लोगों ने धूम्रपान छोड़ दिया। सरकारी सलाह में कहा गया है कि धूम्रपान करने वालों को अधिक गंभीर कोविद लक्षणों का खतरा हो सकता है।
15 अप्रैल से 20 जून के बीच, ऐश की ओर से प्रदूषणकारी द्वारा नामांकित 10,000 लोगों के प्रतिनिधि नमूने से उनकी धूम्रपान की आदतों के बारे में पूछा गया। परिणामों का उपयोग ब्रिटेन में धूम्रपान छोड़ने वाले लोगों की कुल संख्या का अनुमान लगाने के लिए किया गया था। पिछले चार महीनों में नौकरी छोड़ने वाले आधे लोगों ने कहा कि महामारी ने उनके फैसले में भूमिका निभाई है। हो सकता है कि स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं, तंबाकू तक पहुंच को अलग-थलग करने या सामाजिक रूप से धूम्रपान न करने सहित कई कारकों की कमी रही हो। यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन की एक टीम इंग्लैंड में एक महीने में 1,000 लोगों से धूम्रपान करने की आदतों के बारे में पूछ रही है।
बता दें कि ब्रिटेन में कोरोनो वायरस के डर से 3 लाख से ज्यादा लोगों ने धूम्रपान छोड़ दिया और 24 लाख से ज्यादा लोगों ने पहले के मुकाबले में इसका इस्तेमाल कम कर दिया है। . कोरोना की वजह से प्रभावित होने वालों की सबसे ज्यादा मौतें अमेरिका में हुई हैं। इसके बाद ब्रिटेन का नंबर है। 4 फीसदी लोगों में अकेलेपन ने धूम्रपान की आदत को बढ़ाया वहीं सर्वे में शामिल 27 फीसदी लोगों का कहना है कि वे अब धूम्रपान छोड़ने के लिए अधिक आश्वस्त हैं। इसके अलावा वे लोग जो पहले धूम्रपान करते थे उनमें से एक चौथाई का मानना है कि उनके फिर से शुरू होने की संभावना कम है।
इसके विपरीत केवल 4 फीसदी लोगों ने कहा कि अकेलेपन ने उनकी धूम्रपान की आदत को बढ़ा दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मार्च के अंत में कहा था कि धूम्रपान से व्यक्ति के कोरोनावायरस से संक्रमित होने और इसे दूसरों को संक्रमित करने की संभावना बढ़ जाती है, जबकि धूम्रपान मानव श्वसन प्रणाली को कमजोर करता है। इससे कोरोना संक्रमित होने की संभावना बढ़ जाती है क्योंकि यह विशेष रूप से मानव फेफड़ों को संक्रमित करता है।