Edited By Tanuja,Updated: 14 Aug, 2021 12:10 PM
पाकिस्तान के दासू में 13 जुलाई को एक बस विस्फोट में नौ चीनी श्रमिकों समेत 13 लोगों की मौत के महीनों बाद भी चीनी मजदूर पाकिस्तान की दासू ...
पेशावर: पाकिस्तान के दासू में 13 जुलाई को एक बस विस्फोट में नौ चीनी श्रमिकों समेत 13 लोगों की मौत के महीनों बाद भी चीनी मजदूर पाकिस्तान की दासू परियोजना में काम करने से कतरा रहे हैं। डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार इस्लामाबाद में दासू जलविद्युत परियोजना पर काम फिर से शुरू करने पर जल और बिजली विकास प्राधिकरण और चीन की गेझौबा समूह कंपनी के बीच बातचीत बुधवार को बेनतीजा रही। इस वार्ता में चीनी राजदूत ने भी भाग लिया।
पाकिस्तानी वार्ताकारों के एक सदस्य ने डॉन को बताया कि वार्ता, जो पिछले सप्ताह स्थगित कर दी गई थी, चीनी राजदूत नोंग रोंग की उपस्थिति में आयोजित की गई लेकिन चीनी कंपनी सुरक्षा और अन्य कारणों से परियोजना पर काम फिर से शुरू करने के लिए अनिच्छुक रही। उन्होंने बताया कि हालंकि दोनों पक्षों ने काम की जल्द बहाली सुनिश्चित करने के लिए एक और दौर की बातचीत करने का फैसला किया है।
सूत्र ने बताया कि वापडा के अध्यक्ष ने चीनी कंपनी के प्रतिनिधियों और राजदूत को ऊपरी और निचले कोहिस्तान और कोलाई-पलास जिलों में पाकिस्तानी सेना की तैनाती के बारे में सूचित किया। उन्होंने कहा कि कोहिस्तान जिले में तैनात पाकिस्तानी सेना की ब्रिगेड चीनी नागरिकों को काराकोरम राजमार्ग के रास्ते काम करने और संबंधित शिविरों तक ले जाएगी। सूत्र ने कहा कि दोनों पक्षों ने चीनी एजेंसियों और आतंकवाद निरोधी विभाग द्वारा बस विस्फोट की जांच की प्रगति पर भी चर्चा की।