Edited By Tanuja,Updated: 13 Jul, 2022 04:12 PM
एक तरफ जब पूरी दुनिया ईद-उल-अजहा का पर्व मना रही थी, पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय गंभीर आतंक का सामना कर रहा था...
इस्लामाबाद: एक तरफ जब पूरी दुनिया ईद-उल-अजहा का पर्व मना रही थी, पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय गंभीर आतंक का सामना कर रहा था। ईद-उल-अजहा से ठीक पहले गुजरांवाला में पुलिसकर्मियों ने दो स्थानीय कब्रिस्तानों में कथित तौर पर 53 अहमदी कब्रों को तोड़फोड़ कर अपमान किया । इस साल शहर में समुदाय के खिलाफ इस तरह की यह चौथी घटना है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 6 से 7 जुलाई की रात गुजरांवाला पुलिस के साथ-साथ कुछ स्थानीय नागरिकों ने गुजरांवाला के तलवंडी खजूरवाली जिले में दो अहमदिया कब्रिस्तानों पर छापा मारा और 53 कब्रों को नुकासन पहुंचाया। ट्विटर पर शेयर की गई घटनास्थल की तस्वीरों में देखा जा सकता है कि किस तरह कब्रों को नुकसान पहुंचाया गया है। समुदाय ने सरकार से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने और अहमदिया समुदाय के अधिकारों की रक्षा करने की अपील की है।
रिपोर्ट के मुताबिक हाल ही में पूरे प्रांत में पंजाब पुलिस द्वारा अहमदिया समुदाय के साथ अभद्रता की सूची लगातार बढ़ रही है। पाकिस्तान के न्यूजवीकली द फ्राइडे टाइम्स के मुताबिक, अहमदिया समुदाय के नेताओं का आरोप है कि इस साल इस तरह का यह चौथा मामला है। अफसोस की बात है कि पेशावर में एक अहमदी की कब्र खोदी गई और उसके शव को बाहर फेंक दिया गया।
6 से 7 जुलाई की रात गुजरांवाला पुलिस और कुछ स्थानीय लोगों ने गुजरांवाला जिले के तलवंडी खजूरवाली में दो कब्रिस्तानों पर छापा मारा। इसी तरह की एक अन्य घटना में, इस साल फरवरी की शुरुआत में, पंजाब पुलिस ने हाफिजाबाद में लगभग 50 अहमदी कब्रों को अपवित्र किया, पट्टिकाएं हटाईं और कब्रों को नष्ट कर दिया।पाकिस्तान में 1974 में कानून के तहत अहमदियों को गैर-मुस्लिम घोषित किया गया है। इसके अलावा पाकिस्तान में ईद पर जानवरों की बलि देने के लिए अहमदिया समुदाय के तीन सदस्यों की हालिया गिरफ्तारी एक बार फिर अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार और उनके प्रति देश की गहरी नफरत का पर्दाफाश हो गया है।
इस उत्सव के दौरान जानवरों की बलि देने के आरोप में अहमदिया समुदाय के तीन सदस्यों को रविवार को गिरफ्तार किया गया।