Edited By Tanuja,Updated: 05 Mar, 2024 05:48 PM
ब्रिटेन में बढ़ते कट्टरपंथ से परेशान प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने मुस्लिम धर्म गुरुओं पर नकेस कसने का ऐलान किया है। ‘द डेली टेलिग्राफ’ अखबारकी एक...
लंदनः ब्रिटेन में बढ़ते कट्टरपंथ से परेशान प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने मुस्लिम धर्म गुरुओं पर नकेस कसने का ऐलान किया है। ‘द डेली टेलिग्राफ’ अखबारकी एक रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटिश सरकार ने ऐसा प्लान तैयार किया है जिसके तहत अफगानिस्तान, पाकिस्तान और इंडोनेशिया के कट्टरपंथी इस्लामिक धर्मगुरु ब्रिटेन नहीं आ सकेंगे। इसके लिए वीजा वॉर्निंग सूची बनाई जा रही है। प्लान के मुताबिक इस सूची में शामिल नामो को ब्रिटेन में एंट्री नहीं मिलेगी।
रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटिश सरकार ने इंटेलिजेंस रिपोर्ट्स की स्टडी के बाद माना है कि देश में कट्टरपंथियों की हरकतें और तादाद हैरान करने वाली है। इसके बाद इस तरह के लोगों पर लगाम कसने का फैसला किया गया। इसके तहत दूसरे देशों से आने वाले कट्टरपंथियों की एंट्री रोकने के उपायों पर विचार किया गया।
इसके तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और इंडोनेशिया जैसे देशों से आने वाले कट्टरपंथी धर्मगुरुओं की एंट्री पर रोक का फैसला किया गया, ताकि ब्रिटेन आकर ये लोग भड़काउ बयानबाजी न कर सकें। इसके लिए एक लिस्ट तैयार की गई है। इसमें इस तरह के कट्टरपंथियों के नाम होंगे। जैसे ही ये लोग ब्रिटिश वीजा के लिए आवेदन करेंगे उनका नाम कंप्यूटर प्रोग्राम क्रॉस चेक करेगा। अगर वो बैन लिस्ट में शामिल निकला तो उन्हें एंट्री नहीं मिलेगी।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कि अब वक्त आ चुका है जब हमें बांटने वाली ताकतों के खिलाफ एकजुट होना होगा। ये हमारे देश को तोड़ने की साजिश रच रहे हैं। हाल ही में ब्रिटिश सरकार के सलाहकार लॉर्ड वाल्ने ने एक रिपोर्ट में कहा था कि वामपंथी और कट्टरपंथी गुट इस्लामिक गुटों से हाथ मिला चुके हैं और ये ब्रिटेन के लिए खतरा पैदा करने की साजिश रच रहे हैं। टेलिग्राफ से बातचीत में वाल्ने ने यह बात मानी भी थी कि वामपंथी और इस्लामिक कट्टरपंथी अब साझा खतरा पैदा कर रहे हैं। उन्होंने फिलिस्तीन समर्थकों की रैलियों को भी जिक्र किया था।