Edited By Tanuja,Updated: 13 Sep, 2018 11:03 AM
आतंकवाद मुद्दे पर वैश्विक मंच के निशाने पर रहे पाकिस्तान का अपने ही घर में विरोध बढञता जा रहा है।प्राकृतिक संसाधनों के शोषण के खिलाफ पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) की जनता सरकार के खिलाफ सड़कों पर है...
पेशावरः आतंकवाद मुद्दे पर वैश्विक मंच के निशाने पर रहे पाकिस्तान का अपने ही घर में विरोध बढञता जा रहा है।प्राकृतिक संसाधनों के शोषण के खिलाफ पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) की जनता सरकार के खिलाफ सड़कों पर है। पीओके के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में लोगों ने प्रदर्शन किया। मुजफ्फाराबाद में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि पाकिस्तानी सरकार नीलम नदी का पानी पंजाब प्रांत की तरफ मोड़ रही है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान सरकार एक योजना के तहत मुजफ्फाराबाद के लोगों को उनकी लाइफलाइन कही जाने वाली नीलम के नदी के पानी वंचित कर रही है। जिसकी वजह से मानसून के बावजूद भी नदी सूख रही है। इस्लामाबाद द्वारा इस अभियान के तहत कश्मीरी लोगों को उनके बुनियादी अधिकारी से दूर किए जाने के कारण मुजफ्फराबाद में विरोध-प्रदर्शन हुए। एक प्रदर्शनकारी ने कहा जल संसाधनों को खत्म करने से उनका जीवन प्रभावित होगा। लोगों को पानी की कमी का सामना करना पड़ेगा और सब कुछ बर्बाद हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे को लेकर रावलपिंडी से मुजफ्फराबाद आए हैं। ये काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।' पानी की कमी के चलते बड़ी संख्या में लोग विरोध-प्रदर्शन में शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों नेे डब्ल्यूएपीडीए (जल और विद्युत विकास प्राधिकरण) के खिलाफ नारे भी लगाए। डब्ल्यूएपीडीए पीओके से बिजली उत्पन्न कर इसे पाकिस्तान के पंजाब और अन्य प्रांतों को आपूर्ति करता है। जिसके कारण पीओके में लोगों को घंटों तक बिजली कटौती का सामना भी करना पड़ रहा है।