Edited By Parminder Kaur,Updated: 07 May, 2024 03:25 PM
क्रिसिल रेटिंग्स के अनुसार, भारत में समाप्त होने वाली या यहां से होकर गुजरने वाली अंतरराष्ट्रीय यात्री यातायात वाली भारतीय एयरलाइनों में वित्त वर्ष 2028 तक 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है, जो 2024 में मौजूदा 43 प्रतिशत थी। यह सुधार भारतीय...
इंटरनेशनल डेस्क. क्रिसिल रेटिंग्स के अनुसार, भारत में समाप्त होने वाली या यहां से होकर गुजरने वाली अंतरराष्ट्रीय यात्री यातायात वाली भारतीय एयरलाइनों में वित्त वर्ष 2028 तक 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है, जो 2024 में मौजूदा 43 प्रतिशत थी। यह सुधार भारतीय कंपनियों द्वारा अतिरिक्त विमानों की तैनाती और अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में नए मार्ग जोड़ने के साथ-साथ विदेशी एयरलाइन की तुलना में बेहतर घरेलू संपर्क के बल पर होगा।
क्रिसिल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि अंतरराष्ट्रीय यातायात में उनकी बढ़ती हिस्सेदारी के चलते भारतीय एयरलाइन कंपनियों की व्यावसायिक स्थिति मजबूत होगी, जो घरेलू क्षेत्र की तुलना में अधिक लाभदायक है। भारत का अंतरराष्ट्रीय यात्री यातायात वित्त वर्ष 2023-24 में करीब सात करोड़ तक बढ़ गया। यह वैश्विक महामारी से पहले के स्तर को पार कर गया है। वैश्विक महामारी से प्रभावित वित्त वर्ष 2020-21 में यह एक करोड़ के निचले स्तर पर आ गया था।
क्रिसिल रेटिंग्स के वरिष्ठ निदेशक मनीष गुप्ता ने कहा- ''बढ़ती खर्च योग्य आय, आसान वीजा पहुंच, हवाई अड्डों की बढ़ती संख्या और बेहतर हवाई यात्रा संपर्क से अंतरराष्ट्रीय यात्रा को बढ़ावा मिल रहा है।'' रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय एयरलाइन ने पिछले 15 महीनों में 55 नए अंतरराष्ट्रीय मार्ग जोड़े हैं, जिससे उनकी संख्या 300 से अधिक हो गई है। इनमें अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया के लंबी दूरी के गंतव्यों के लिए सीधी उड़ान शामिल हैं।