Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jan, 2018 06:18 PM
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार संकेत दिए हैं कि वह ''ड्रीमर्स'' को नागरिकता देने के लिए तैयार हैं। ''ड्रीमर्स'' शब्द उन लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जो बिना वैध कागजात के अमरीका में रह रहे हैं...
वॉशिंगटनः अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार संकेत दिए हैं कि वह 'ड्रीमर्स' को नागरिकता देने के लिए तैयार हैं। 'ड्रीमर्स' शब्द उन लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जो बिना वैध कागजात के अमरीका में रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगले 10 से 12 वर्षों में इनको अमरीकी नागरिकता मिल सकती है। खास बात यह है कि ट्रंप के इस कदम से वैध दस्तावेजों के बिना रह रहे भारतीय मूल के हजारों प्रवासियों को फायदा होगा, जो अब तक अनिश्चितता के साथ रहते आए हैं।
गौरतलब है कि करीब 6.9 लाख अप्रवासी उस समय बच्चे थे जब वे अवैध तरीके से अमरीका पहुंच गए थे। माना जा रहा है कि अमरीकी राष्ट्रपति के इस फैसले से इन्हें लाभ होगा। इनमें से हजारों की संख्या भारतीयों की है। 'ड्रीमर्स' शब्द इन्हीं लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जो बिना वैध कागजात के अमरीका में रह रहे हैं। कुछ शर्तों के तहत इन्हीं लोगों को अमरीकी नागरिकता देने के लिए 2001 में DREAM एक्ट के तौर पर एक विधेयक कांग्रेस में लाया गया था। हालांकि यह अभी तक पारित नहीं हो पाया।
विश्व आर्थिक फोरम की बैठक के लिए दावोस रवाना होने से पहले वाइट हाउस में ट्रंप ने कहा, ' हम इसमें धीरे-धीरे बदलाव करने जा रहे हैं। ऐसा भविष्य में 10-12 साल में होगा।' ट्रंप ने इसे प्रवासियों की कड़ी मेहनत का 'इनसेंटिव' बताया। ट्रंप ने आगे कहा, 'उनसे कहिए कि उन्हें चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है।' हालांकि एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा है कि इस मामले पर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।