Edited By Ashish panwar,Updated: 26 Jan, 2020 09:30 PM
अमेरिका में मुस्लिम यात्रियों के साथ एक भेद-भाव का मामला सामने आया है। घटना डेल्टा एयरलाइन्स की है। जहां तीन मुस्लिम यात्री जहाज के अंदर बैठे हुए थे, इन तीनों को एयरलाइन्स के स्टाफ ने जहाज से उतार दिया। इन यात्रियों को जहाज से उतारे जाने के लिए...
इंटरनेशनल डेस्कः अमेरिका में मुस्लिम यात्रियों के साथ एक भेद-भाव का मामला सामने आया है। घटना डेल्टा एयरलाइन्स की है। जहां तीन मुस्लिम यात्री जहाज के अंदर बैठे हुए थे, इन तीनों को एयरलाइन्स के स्टाफ ने जहाज से उतार दिया। इन यात्रियों को जहाज से उतारे जाने के लिए विमान स्टाफ पर 50 हजार डॉलर का जुर्माना लगाया है। अमेरिकी परिवहन विभाग का कहना है कि ये डेल्टा एयरलाइन्स का विमान था जिसमें तीन मुस्लिम यात्री बैठे हुए थे, इन तीनों को एयरलाइन्स के स्टाफ ने जहाज से उतार दिया, जिसकी सूचना मिलने पर ये कार्रवाई की गई।
अमेरिकी परिवहन विभाग का कहना है कि डेल्टा एयरलाइन्स ने ऐसा करके मुस्लिम यात्रियों के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार किया है। इसके अलावा परिवहन विभाग की ओर से ये भी कहा गया है कि एयरलाइन्स के पायलट और फ्लाइट अटेंडेंट के अलावा जितने भी लोग इस घटना में शामिल थे उनको कल्चर सेंसिटिविटी की ट्रेनिंग दी जाएगी जिससे वो भेदभावपूर्ण रवैया अपनाकर काम न करें। डेल्टा एयरलाइन्स ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि मुस्लिम यात्री सिक्योरिटी प्रोटोकॉल को फॉलो नहीं कर पाए, जिसकी वजह से उनको फ्लाइट से उतारा गया लेकिन इसको किसी धर्म विशेष से जोड़कर देखा जा रहा है कि जो कि गलत है। डेल्टा एयरलाइन्स की तरफ से कहा गया कि किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं किया गया है।
डेल्टा एयरलाइन्स के जहाज से किसी यात्री को उतारे जाने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी ऐसे कुछ मामले सामने आ चुके हैं। यात्रियों के अलावा कुछ साल पहले इस विमान में 33 घंटे तक एक कुत्ते को बंधक बनाए जाने का भी मामला सामने आ चुका है। पेरिस के चार्ल्स डी गॉल हवाई अड्डे पर जुलाई, 2016 को एक मुस्लिम जोड़े को डेल्टा फ्लाइट 229 से उतारने की घटना हो चुकी है। फ्लाइट कैप्टन ने आदमी को अल्लाह शब्द अपने मोबाइल में लिखते हुए देखा इसके बाद फ्लाइट कैप्टन ने डेल्टा की कारपोरेट सिक्योरिटी के साथ इस बारे में बातचीत की और यात्रियों को फ्लाइट से उतार दिया गया।