Edited By rajesh kumar,Updated: 10 Sep, 2021 08:10 PM
अफगानिस्तान में तालिबान ने हाल ही में अपनी सरकार का गठन किया है। तालिबान ने इस कैबिनेट में 33 लोगों को शामिल किया लेकिन इसमें एक भी महिला को जगह नहीं दी गई है। तालिबान ने अपनी सरकार में महिलाओं को जगह नहीं दिए जाने पर इन पर बेहूदा बयानबाजी की है।
इंटरनेशनल डेस्क: अफगानिस्तान में तालिबान ने हाल ही में अपनी सरकार का गठन किया है। तालिबान ने इस कैबिनेट में 33 लोगों को शामिल किया लेकिन इसमें एक भी महिला को जगह नहीं दी गई है। तालिबान ने अपनी सरकार में महिलाओं को जगह नहीं दिए जाने पर इन पर बेहूदा बयानबाजी की है। समूह के एक प्रवक्ता ने कहा कि महिलाओं को कैबिनेट में जगह नहीं मिलेगी, महिलाओं का काम है सिर्फ बच्चे पैदा करना।
तालिबानी के प्रवक्ता सैयद जकीरूल्लाह हाशमी ने अब महिलाओं को लेकर कहा है कि एक महिला मंत्री नहीं बन सकती है। यह ऐसा है जैसे उसके गर्दन पर कोई चीज रख देना जिसे वो नहीं उठा सकती है। महिलाओं के लिए कैबिनेट में होना जरुरी नहीं है। उन्हें बच्चे पैदा करना चाहिए। महिला प्रदर्शनकारी अफगानिस्तान की सभी महिलाओं का प्रतिधिनत्व नहीं कर रही हैं। इंटरव्यू ले रहे शख्स ने कहा कि महिलाएं समाज का आधा हिस्सा हैं। जिस पर हाशिम ने जवाब दिया, "लेकिन हम उन्हें आधा नहीं मानते हैं. किस तरह का आधा? आधे की परिभाषा ही यहां गलत है। आधे का मतलब है कि आप उन्हें कैबिनेट में रखते हैं और कुछ नहीं।
A Taliban spokesman on @TOLOnews: "A woman can't be a minister, it is like you put something on her neck that she can't carry. It is not necessary for a woman to be in the cabinet, they should give birth & women protesters can't represent all women in AFG."
Video with subtitles👇 pic.twitter.com/CFe4MokOk0
— Natiq Malikzada (@natiqmalikzada) September 9, 2021
बता दें कि, अफगानिस्तान में तालिबान शासन के आने के बाद से ही आम लोगों में काफी दहशत का माहौल बना हुआ है। बीते कई दिनों से काबुल समेत कई अन्य शहरों में तालिबान की सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इन प्रदर्शनों की अगुवाई महिलाएं कर रही हैं। लेकिन तालिबान को ये प्रदर्शन रास नहीं आ रहा है। यही वजह है कि वहां प्रदर्शन कर रही महिलाओं, आम लोगों और उन प्रदर्शनों को कवर कर रहे पत्रकारों पर तालिबान का गुस्सा झेलना पड़ा है। तालिबान द्वारा अंतरिम सरकार के ऐलान करने के बाद काबुल में अलग-अलग जगहों पर महिलाओं द्वारा प्रदर्शन किया गया और सरकार में हिस्सेदारी की मांग की गई।