Edited By rajesh kumar,Updated: 06 Feb, 2020 11:42 AM
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के ट्विटर हैंडल से बुधवार को ट्वीट किया गया कि कश्मीर में राजनीतिक नेताओं की छह महीने से जारी हिरासत एक बुरे सपने की तरह है। पिछले साल पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर विशेष दर्जा वापस ले लिया गया था।...
श्रीनगर: पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के ट्विटर हैंडल से बुधवार को ट्वीट किया गया कि कश्मीर में राजनीतिक नेताओं की छह महीने से जारी हिरासत एक बुरे सपने की तरह है। पिछले साल पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर विशेष दर्जा वापस ले लिया गया था। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा को हिरासत में ले लिया गया और 20 सितंबर से महबूबा की बेटी इल्तिजा उनका ट्वीटर अकाउंट चला रही हैं।
इल्तिजा ने अपनी मां के ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया, 'ठीक छह महीने पहले, मैं बेबसी के साथ देखती रही जब अधिकारी मेरी मां को ले गए। दिन हफ्तों में बदले और हफ्ते महीनों में। कश्मीर में अब तक राजनीतिक नेता अवैध हिरासत में हैं। यह एक बुरे सपने जैसा है। सरकार अपने ही लोगों की आवाज दबा रही है।'
उन्होंने कहा कि भारत के विचार पर हमला हो रहा है और इस दौरान चुप रहना आपराधिक सहभागिता है। उन्होंने कहा कि इस संकट के आर्थिक और मानसिक असर ने जम्मू-कश्मीर को कमजोर कर दिया है। अभी भी कुछ नहीं बदला। सच तो यह है कि भारत के विचार पर हमला हो रहा है और इस पर चुप रहना भी आपराधिक सहभागिता है।