Edited By PTI News Agency,Updated: 05 May, 2022 08:38 PM

बेंगलुरु, पांच मई (भाषा) रचना हनुमंत और जागृत सहित पुलिस सब-इंस्पेक्टर (पीएसआई) पद के अन्य उम्मीदवारों ने कर्नाटक उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाते हुए अपने खिलाफ दर्ज मामले को रद्द करने का अनुरोध किया है। इन लोगों के नाम पीएसआई भर्ती घोटाले के...
बेंगलुरु, पांच मई (भाषा) रचना हनुमंत और जागृत सहित पुलिस सब-इंस्पेक्टर (पीएसआई) पद के अन्य उम्मीदवारों ने कर्नाटक उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाते हुए अपने खिलाफ दर्ज मामले को रद्द करने का अनुरोध किया है। इन लोगों के नाम पीएसआई भर्ती घोटाले के सिलसिले में यहां थाने में दर्ज प्राथमिकी में हैं।
यह प्राथमिकी हाई ग्राउंड्स थाने में दर्ज करायी गयी है। भ्रष्टाचार और कदाचार के व्यापक आरोपों के बाद, कर्नाटक सरकार ने हाल ही में भर्ती परीक्षा रद्द करते हुए नए सिरे से परीक्षा कराने का आदेश दिया था।
पुलिस ने घोटाले के सिलसिले में करीब 30 लोगों को गिरफ्तार किया है और अब तक रचना तथा जागृत सहित 10 उम्मीदवारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। रचना और जागृत की याचिकाएं बृहस्पतिवार को उच्च न्यायालय की अवकाश पीठ के समक्ष आईं। उनकी याचिकाओं पर 19 मई को सुनवाई तय की गई है।
रचना प्राथमिकी में आरोपी नंबर 17 हैं। उन्होंने और जागृत ने पीएसआई घोटाले को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ पीएसआई उम्मीदवारों द्वारा 30 अप्रैल को आयोजित विरोध प्रदर्शन में भाग लिया था। लेकिन कुछ दिनों बाद, प्राथमिकी में दोनों को अन्य लोगों के साथ नामजद कर दिया गया।
रचना ने महिला कोटे के तहत 545 पीएसआई पदों के लिए लिखित परीक्षा में पहला स्थान हासिल किया था और 200 में से 153 अंक प्राप्त किए थे। पुलिस ने अपनी ‘ओएमआर’ उत्तर पुस्तिकाएं फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी को भेजी थीं और उसे इनमें विसंगतियां मिलीं।
नेताओं और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों सहित अन्य के खिलाफ आरोपों के तेज होने के साथ राज्य में पीएसआई घोटाला एक बड़े विवाद में बदल गया।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।