Edited By PTI News Agency,Updated: 23 May, 2023 06:56 PM
बेंगलुरु, 23 मई (भाषा) कर्नाटक में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार के सत्ता में आने के बाद पुलिस अधिकारियों के साथ अपनी पहली बैठक में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मंगलवार को चेतावनी दी कि अगर राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती है तो...
बेंगलुरु, 23 मई (भाषा) कर्नाटक में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार के सत्ता में आने के बाद पुलिस अधिकारियों के साथ अपनी पहली बैठक में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मंगलवार को चेतावनी दी कि अगर राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती है तो संबंधित अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदार माना जाएगा और उनसे कहा कि सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए सौहार्द बिगाड़ने वालों के खिलाफ वे कड़ी कार्रवाई करें।
उन्होंने पुलिस अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि वे बेंगलुरु शहर में यातायात की समस्या के समाधान को प्राथमिकता दें और साइबर अपराधों को नियंत्रित करें।
बैठक में मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार भी शामिल थे। उन्होंने पूर्ववर्ती भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले शासन में कुछ घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि नयी सरकार पुलिस विभाग का ‘‘भगवाकरण’’ नहीं होने देगी।
सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘जनता ने बदलाव की उम्मीद से नयी सरकार को चुना है। अधिकारियों को जनता की समस्याओं के समाधान के लिए काम करना चाहिए।’’ उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सोशल मीडिया पर भड़काऊ एवं उकसावे वाले पोस्ट के माध्यम से समाज में सौहार्द बिगाड़ने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करें।
मुख्यमंत्री के कार्यालय से जारी एक विज्ञप्ति में उनके हवाले से कहा गया है कि बेंगलुरु में यातायात जाम के मुद्दे पर चर्चा के लिए वह अलग बैठक करेंगे।
सिद्धरमैया ने कहा कि नशे की लत को दूर किया जाना चाहिए। उन्होंने ‘‘होयसाला’’ गश्त दल से अपराध पर अंकुश के लिए निरंतर सतर्क रहने को कहा।
बैठक में मंत्री के. जे. जॉर्ज, के. एच. मुनियप्पा, बी. जेड. जमीर अहमद खान, एम. बी. पाटिल, सतीश जरकिहोली और वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
भाजपा के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में कुछ घटनाओं को लेकर अधिकारियों को आड़े हाथ लेते हुए शिवकुमार ने पूछा, ‘‘क्या आप पुलिस विभाग का भगवाकरण करने की योजना बना रहे हैं?’’ उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार में इसकी इजाजत नहीं दी जाएगी।
भाजपा नीत सरकार के कार्यकाल के दौरान मंगलुरु, विजयपुरा और बागलकोट में कुछ अवसरों पर पुलिसकर्मियों द्वारा भगवा शॉल या पोशाक पहनने की घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हम अपनी सरकार में पुलिस विभाग का भगवाकरण नहीं होने देंगे।’’ उप मुख्यमंत्री ने अवर पुलिस महानिदेशक रैंक के एक अधिकारी की पुलिस उप-निरीक्षक भर्ती घोटाले में संलिप्तता को रेखांकित करते हुए कहा, ‘‘विभाग की बदहाली देखिए।’’ शिवकुमार ने पुलिस पर कांग्रेस नेता और वर्तमान में मंत्री प्रियंक खरगे का‘‘उत्पीड़न’’ करने का भी आरोप लगाया जिन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस घोटाले को उजागर किया था।
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