Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Nov, 2017 02:04 PM
तमिलनाडु के एक 10वीं के छात्र ने ऐसी डिवाइस बनाई है जिससे 6 घंटे पहले ही हार्ट अटैक का पता लगाया जा सकता है। छात्र मनोज को इस उपलब्धि के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गोल्ड मैडल देकर सम्मानित किया है। मनोज राष्ट्रपति भवन में बतौर अतिथि भी जा चुके...
नेशनल डेक्स: तमिलनाडु के एक 10वीं के छात्र ने ऐसी डिवाइस बनाई है जिससे 6 घंटे पहले ही हार्ट अटैक का पता लगाया जा सकता है। छात्र मनोज को इस उपलब्धि के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गोल्ड मैडल देकर सम्मानित किया है। मनोज राष्ट्रपति भवन में बतौर अतिथि भी जा चुके हैं। तमिलनाडु निवासी 16 साल के मनोज द्वारा ईजाद की गई इस जादुई डिवाइस को विज्ञान की दुनिया का चमत्कार माना जा रहा है। इस डिवाइस के जरिए साइलैंट हार्ट अटैक को काफी हद तक रोका जा सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए यह डिवाइस काफी कारगर साबित हो सकती है।
दादा के अटैक के बाद डिवाइस बनाने की ठानी
मनोज का कहना है कि आजकल साइलैंट हार्ट अटैक आम हो गाया है। दबे पांव आने वाली इस मौत से इंसान अनजान रहता है। इसका कोई लक्षण भी नहीं दिखता। ऊपरी तौर पर व्यक्ति स्वस्थ दिखता है इसलिए इससे बचने की कोई गुंजाइश नहीं रह जाती। मनोज ने बताया कि उसके दादा की भी साइलैंट हार्ट अटैक की वजह से मृत्यु हो गई थी। उसके बाद ही उन्होंने ऐसी डिवाइस बनाने की ठानी जिससे इसका समय रहते पता लगाया जा सके। उन्होंने ऐसी तकनीक विकसित की जिससे बिना स्किन में कट लगाए ब्लड बायोमार्कर एफएबीपी-3 का पता लगाया जा सकता है जिसके कारण अटैक की आशंका बनी रहती है। ग्रामीण इलाकों में काम करने की चाहत रखने वाले मनोज बड़े होकर काॢडयोलॉजिस्ट बनना चाहते हैं।