Edited By Archna Sethi,Updated: 09 Dec, 2025 10:18 PM

तस्करों पर नज़र रखने के लिए 65 एंट्री/एग्ज़िट प्वाइंट सील
चंडीगढ़, 9 दिसंबर:(अर्चना सेठी)पंजाब को पूरी तरह सुरक्षित राज्य बनाने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत पंजाब पुलिस ने आज विशेष ऑपरेशन ‘ओपीएस सील-23’ संचालित किया। इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य राज्य में प्रवेश करने और बाहर जाने वाले सभी वाहनों की सघन जांच करके समाज-विरोधी तत्वों, नशा एवं शराब तस्करी में शामिल लोगों पर कठोर निगरानी रखना था।
डीजीपी पंजाब गौरव यादव के निर्देशों पर राज्य के सभी जिलों में एक साथ चलाए गए इस अभियान में सीमा से जुड़े जिलों के सभी एसएसपीज़ को अपने-अपने क्षेत्रों में रणनीतिक स्थानों पर संयुक्त नाके लगाने और गज़टिड अधिकारियों/एसएचओ की निगरानी में सीलिंग प्वाइंटों पर अधिकतम पुलिस बल तैनात करने के निर्देश दिए गए थे।
इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए स्पेशल डीजीपी (कानून-व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने बताया कि इंस्पेक्टरों/डीएसपीज़ की निगरानी में 600 से अधिक पुलिस कर्मियों की सहायता से 10 जिलों—जिनकी सीमाएं चार पड़ोसी राज्यों और यूटी चंडीगढ़ से मिलती हैं—में कम से कम 65 एंट्री/एग्ज़िट प्वाइंट पर कड़े नाके लगाए गए। इन 10 अंतर-राज्यीय सीमा जिलों में पठानकोट, श्री मुक्तसर साहिब, फाज़िल्का, रूपनगर, एसएएस नगर, पटियाला, संगरूर, मानसा, होशियारपुर और बठिंडा शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान कुल 1182 वाहनों की जांच की गई, जिनमें से 234 वाहनों के चालान किए गए तथा 2 वाहनों को जब्त किया गया। पुलिस टीमों ने कार्रवाई के दौरान 5 एफआईआर दर्ज कीं और 3 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया।
इसके साथ ही, ‘युद्ध नशा विरुद्ध’ के अंतर्गत घेराबंदी और तलाशी अभियान को 283वें दिन भी जारी रखते हुए पुलिस टीमों ने आज 346 स्थानों पर छापेमारी की तथा 68 एफआईआर दर्ज कर 95 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया। अब तक 283 दिनों में गिरफ्तार किए गए कुल नशा तस्करों की संख्या 39,864 हो गई है।
स्पेशल डीजीपी ने बताया कि छापेमारी के दौरान गिरफ्तार तस्करों के कब्जे से 1.5 किलोग्राम हेरोइन, 429 ग्राम अफ़ीम, 6 किलोग्राम गांजा, 21 किलोग्राम भुक्की तथा 2.95 लाख रुपये ड्रग मनी बरामद की गई है।
उन्होंने कहा कि 70 गज़टिड अधिकारियों की निगरानी में 1000 से अधिक पुलिस कर्मियों वाली 120 से अधिक टीमों ने पूरे राज्य में छापेमारी की और दिन भर चले इस अभियान के दौरान 340 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच की गई।
स्पेशल डीजीपी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा नशे के उन्मूलन के लिए लागू की गई तीन-स्तरीय रणनीति—एनफोर्समेंट, डी-एडिक्शन और प्रिवेंशन (ई डी पी ) के तहत पंजाब पुलिस ने आज 40 व्यक्तियों को नशा छुड़ाने एवं पुनर्वास उपचार के लिए राज़ी किया है।