Edited By vasudha,Updated: 24 Aug, 2019 02:43 PM
भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का लंबी बिमारी के चलते शनिवार को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में निधन हो गया। भारतीय सियासत में वह किसी नाम के मोहताज नहीं थे...
नेशनल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का लंबी बिमारी के चलते शनिवार को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में निधन हो गया। भारतीय सियासत में वह किसी नाम के मोहताज नहीं थे। उनका राजनीतिक सफर एक विजेता योद्धा की तरह रहा और उन्होंने कभी पलट कर नहीं देखा।
पिछले तीन दशक से अधिक समय तक अपनी तमाम तरह की काबिलियत के चलते जेटली लगभग हमेशा सत्ता तंत्र के पसंदीदा लोगों में रहे। वह 1974 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़े थे और दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र संगठन अध्यक्ष बने थे।
1975 में आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी सरकार के खिलाफ वह आंदोलन में बढ़-चढ़कर आगे रहे। जेटली को 1980 में बीजेपी के यूथ विंग की कमान सौंपी गई।
80 के दशक में ही जेटली ने सुप्रीम कोर्ट और देश के कई हाई कोर्ट में महत्वपूर्ण केस लड़े। 1990 में उन्हें दिल्ली हाई कोर्ट ने सीनियर वकील का दर्जा दिया।
अरुण जेटली अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भी कई पदों पर रहे। साल 1999 में वाजपेयी सरकार में उन्हें राज्यमंत्री बनाया गया।