Edited By Anil dev,Updated: 09 Nov, 2018 06:41 PM
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा गरमाने के बीच कांग्रेस ने शुक्रवार को भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्तारूढ़ दल अपनी चुनावी हार का अंदेशा होते ही पाकिस्तान और भगवान राम का नाम लेने लगता है।
इंदौर: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा गरमाने के बीच कांग्रेस ने शुक्रवार को भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्तारूढ़ दल अपनी चुनावी हार का अंदेशा होते ही पाकिस्तान और भगवान राम का नाम लेने लगता है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता शकील अहमद ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब भी भाजपा को लगता है कि चुनावों में उसकी स्थिति खराब है, तो वह पाकिस्तान का नाम लेने लगती है। इसके साथ ही, वह भगवान राम के नाम पर राजनीति करने लगती है।’’ राम मंदिर मामले में कांग्रेस का रुख पूछे जाने पर उन्होंने कहा, यह मामला अभी शीर्ष न्यायालय में विचाराधीन है। अगर अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनाने को लेकर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कोई बयान आयेगा, तो हम इस पर जरूर प्रतिक्रिया देंगे।
भगवान राम के नाम पर लोगों को छलने की कोशिश कर रही है सरकार
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, अगर केंद्र की भाजपा सरकार अयोध्या में वाकई राम मंदिर बनाना चाहती है, तो वह अध्यादेश क्यों नहीं ले आती? लेकिन यह सरकार भगवान राम के नाम पर लोगों को छलने की कोशिश कर रही है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि सत्तारूढ़ भाजपा अपने भ्रष्टाचार और नाकामी को छिपाने के लिये देश के शहरों के नाम बदल रही है, ताकि उसकी स्याह हकीकत जनता के सामने न आ सके।
नोटबंदी को लेकर साधा मोदी पर निशाना
नोटबंदी के दो साल पूरे होने पर मोदी सरकार के खिलाफ हमला करते हुए अहमद ने विमुद्रीकरण को Þतुगलकी फरमान करार दिया। उन्होंने दावा किया कि नोटबंदी के कारण पिछले दो साल के दौरान देश के असंगठित क्षेत्र में करीब दो करोड़ लोगों को अपने रोजगार से हाथ धोना पड़ा, जबकि इसी अवधि में बड़े पूंजीपतियों के तीन लाख 17 हजार करोड़ रुपए के कर्ज माफ कर दिये गए। अहमद ने आरोप लगाया कि राफेल घोटाला भ्रष्टाचार के साथ देशद्रोह से भी जुड़ा है क्योंकि लड़ाकू जहाजों के इस विवादास्पद सौदे में भारत की अहम रक्षा जरूरतों को नजरअंदाज किया गया।