Edited By Anu Malhotra,Updated: 03 Aug, 2022 03:28 PM
देशभर में चलाए जा रहे हर घर तिरंगा अभियान के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा समेत पार्टी के कई नेताओं ने बुधवार को अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की हाथ...
नेशनल डेस्क: कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार विपक्षी दलों को प्रताड़ित करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का दुरुपयोग कर रही है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने यह दावा भी किया कि यह जांच एजेंसी विपक्षी दलों को बर्बाद करने के लिए भाजपा सरकार का औजार बन चुकी है। उन्होंने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब ईडी ने मंगलवार को ‘नेशनल हेराल्ड’ अखबार से जुड़े कई स्थानों पर छापेमारी की थी। इस विषय को लेकर कांग्रेस सदस्यों ने बुधवार को लोकसभा में भारी हंगामा किया।
चौधरी ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, सत्ताधारी दल हमें ईडी का विषय सदन में नहीं उठाने दे रहा है। सरकार इस बात से क्यों डरी हुई है कि हम संसद में अपनी बात रखें।’ उन्होंने आरोप लगाया, आज आजादी की लड़ाई की आवाज रहे ‘नेशनल हेराल्ड’ की छवि खराब करने का प्रयास हो रहा है। ईडी का दुरुपयोग किया जा रहा है और हमारे खिलाफ साजिश रची गई है। चौधरी ने कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को प्रताड़ित किया जा रहा है और राज्यों में विपक्ष की सरकारों को ईडी का दुरुपयोग करके अस्थिर किया जा रहा है।
अधीर रंजन ने कहा कि भाजपा ने कभी तिरंगा को माना नहीं था। भाजपा आज़ादी के बाद तिरंगा के खिलाफ थी और यह लोग आज तिरंगा सामने रखकर हिंदुस्तान के आम लोगों को गुमराह कर रहे हैं। हिंदुस्तान के लोग जानते हैं तिरंगा मतलब गांधी। इतिहास गवाह है कि आज़ादी की लड़ाई में भाजपा की क्या भुमिका रही है।
उन्होंने कहा कि जवाहर लाल नेहरू, सरदार वल्लभ भाई पटेल, रफी अहमद किदवई आदि ने मिलकर नेशनल हेराल्ड की शुरुआत की थी जिससे भारत के लोगों को आज़ादी की जंग में शामिल कर सकें। आज इसे और कांग्रेस की छवी को धूमिल करने के लिए जांच एजेंसी ED का दुरूपयोग किया जा रहा है। हमारे ख़िलाफ़ ही नहीं देश के हर विपक्षी पार्टी के ख़िलाफ़ ED का इस्तेमाल सरकारों को अस्थिर करने में हो रहा है। आज ED सरकार का औज़ार बन गई है जिससे वह विपक्षी पार्टियों को नेस्तनाबूत करना चाहती है। (नरेंद्र) मोदी चाहते हैं कि देश विपक्ष मुक्त हो जाए।