Edited By Pardeep,Updated: 26 Sep, 2021 10:02 PM
विदेश मंत्री एस जयशंकर रविवार से मेक्सिको की तीन दिवसीय यात्रा पर गए हैं। उनकी इस यात्रा का मकसद व्यापार और निवेश के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देना है। विदेश मंत्री के तौर पर जयशंकर की यह पहली मेक्सिको यात्रा है। फिलहाल,...
नई दिल्लीः विदेश मंत्री एस जयशंकर रविवार से मेक्सिको की तीन दिवसीय यात्रा पर गए हैं। उनकी इस यात्रा का मकसद व्यापार और निवेश के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देना है। विदेश मंत्री के तौर पर जयशंकर की यह पहली मेक्सिको यात्रा है। फिलहाल, मेक्सिको लातिन अमेरिका में भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है और 2021-22 के लिए भारत के साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) का अस्थायी सदस्य है।
जयशंकर की यात्रा की घोषणा करते हुए, विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह अन्य विश्व नेताओं के साथ, मेक्सिको की स्वतंत्रता के सुदृढीकरण की 200 वीं वर्षगांठ पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में भाग लेंगे। मंत्रालय के मुताबिक, “विदेश मंत्री मार्सेलो एब्रार्ड कासाबोन के साथ अपनी बैठक के अलावा, वह मेक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर से भी मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्री मेक्सिको में प्रमुख सीईओ और व्यापारिक समुदाय के साथ भी बातचीत करेंगे।”
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 2018 में दोतरफा व्यापार 10.155 अरब अमेरिकी डॉलर का था, जिसमें से 5.231 अरब अमेरिकी डॉलर का निर्यात किया गया था और 4.923 अरब अमेरिकी डॉलर का आयात किया गया था। भारत मेक्सिको को मुख्य रूप से वाहन और गाड़ियों के पुर्जे, रसायन, एल्यूमीनियम उत्पाद, विद्युत मशीनरी और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, स्टील आदि का निर्यात करता है। भारत मेक्सिको से कच्चा तेल, इलेक्ट्रिक सामान और मशीनरी आयात करता है।