Edited By Radhika,Updated: 05 Dec, 2025 06:21 PM

बिहार सरकार ने राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के अधिक अवसर प्रदान कराने के खातिर तीन नए विभाग, सूक्ष्म-लघु एवं मध्यम उद्यम निदेशालय (एमएसएमई) और राज्य विपणन प्रोत्साहन निगम के गठन की शुक्रवार को घोषणा की। एक अधिकारी के अनुसार, नव निर्मित विभाग- युवा,...
नेशनल डेस्क: बिहार सरकार ने राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के अधिक अवसर प्रदान कराने के खातिर तीन नए विभाग, सूक्ष्म-लघु एवं मध्यम उद्यम निदेशालय (एमएसएमई) और राज्य विपणन प्रोत्साहन निगम के गठन की शुक्रवार को घोषणा की। एक अधिकारी के अनुसार, नव निर्मित विभाग- युवा, रोजगार एवं कौशल विकास विभाग, उच्च शिक्षा विभाग और नागर विमानन हैं। मुख्यमंत्री ने ‘एक्स' पर पोस्ट कर कहा, ‘‘हम लोगों ने अगले पांच वर्षों (2025-30) में एक करोड़ युवाओं को नौकरी एवं रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए जरूरी है कि राज्य में ज्यादा से ज्यादा युवाओं को कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण दिया जाए और युवाओं को गुणवत्तापूर्ण उच्च एवं तकनीकी शिक्षा उपलब्ध कराई जाए। साथ ही लक्ष्य की उपलब्धि के लिए सघन अनुश्रवण भी किया जाए।'' उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में अलग से तीन नए विभाग- युवा, रोजगार एवं कौशल विकास विभाग, उच्च शिक्षा विभाग तथा नागर विमानन विभाग सृजित करने का निर्देश दिया है। इन तीन नए विभागों के सृजन से राज्य में ज्यादा से ज्यादा युवाओं को नौकरी एवं रोजगार दिलाने में काफी मदद मिलेगी...।''
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘राज्य में उच्च शिक्षा विभाग के सृजन का उद्देश्य है कि उच्च शिक्षा में गुणात्मक सुधार हो, अनुसंधान एवं नवाचार को बढ़ावा मिले, तकनीकी एवं व्यवसायिक शिक्षा का विकास हो और समाज के सभी वर्गों के युवाओं को गुणवत्तापूर्ण रोजगारपरक शिक्षा मिल सके।'' उन्होंने कहा, ‘‘आप सभी को पता है कि राज्य में कई नए हवाई अड्डों का निर्माण हो रहा है एवं भविष्य में उड़ान योजना के तहत कई बड़े-छोटे नए हवाई अड्डों का निर्माण प्रस्तावित है। राज्य में अलग से नागर विमानन विभाग के सृजन से इसमें तेजी आएगी, औद्योगिक वातावरण बढ़ेगा, रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और इससे राज्य में निर्मित उत्पादों के निर्यात में मदद मिलेगी।'' इसके अलावा, राज्य सरकार ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) निदेशालय और बिहार विपणन प्रोत्साहन निगम (बीएमपीसी) के गठन का भी निर्णय लिया है।
एमएसएमई निदेशालय के तहत प्रत्येक जिले में विशाल कौशल केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जिससे युवाओं को उद्योग आधारित प्रशिक्षण मिले और रोजगार के अवसर बढ़ें। बीएमपीसी के गठन से कृषि, पशुपालन, बागवानी, खाद्य प्रसंस्करण, हस्तशिल्प, ग्रामीण उद्योग तथा लघु और कुटीर उद्योगों से जुड़े उत्पादों की उपलब्धता, गुणवत्ता और वितरण व्यवस्था मजबूत होगी, जिससे युवाओं के लिए नए रोजगार अवसर पैदा होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘राज्य के युवाओं के सुखद भविष्य के लिए हम लोग लगातार काम कर रहे हैं। अधिक से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी एवं रोजगार देने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। बिहार के युवा दक्ष एवं आत्मनिर्भर हों, उन्हें रोजगार के नए अवसर मिले, उनका भविष्य सुरक्षित हो इसके लिए हम लोग कृतसंकल्पित हैं।''