Edited By Anu Malhotra,Updated: 19 Aug, 2025 11:50 AM
त्योहारी सीज़न की आहट के साथ ही सोने की बाज़ार में हलचल तेज़ हो गई है। हाल के दिनों में भूराजनीतिक तनावों में थोड़ी नरमी और घरेलू बाज़ार की मजबूती के चलते सोने की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई है। पिछले दस दिनों में सोने के दामों में लगभग 2...
नेशनल डेस्क: त्योहारी सीज़न की आहट के साथ ही सोने की बाज़ार में हलचल तेज़ हो गई है। हाल के दिनों में भूराजनीतिक तनावों में थोड़ी नरमी और घरेलू बाज़ार की मजबूती के चलते सोने की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई है। पिछले दस दिनों में सोने के दामों में लगभग 2 प्रतिशत यानी 2160 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट दर्ज की गई है, जिसने उन लोगों के लिए उम्मीद जगाई है जो लंबे समय से सोने की कीमतों में नरमी का इंतज़ार कर रहे थे।
आज का ताज़ा सोना रेट – कैरेट के अनुसार
देशभर में सोने के भाव में गिरावट आई है और आज 24 कैरेट सोना 1,00,750 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है। वहीं 22 कैरेट सोना 92,350 रुपये और 18 कैरेट सोना 75,560 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया है। बीते दिन की तुलना में यह मामूली कमी दर्शाता है — कल 24 कैरेट का भाव 1,01,180 रुपये था।
शहरवार सोने के दाम (प्रति 10 ग्राम)
शहर 24 कैरेट (₹) 22 कैरेट (₹) 18 कैरेट (₹)
दिल्ली 1,00,090 92,500 75,690
मुंबई 1,00,750 92,350 75,560
चेन्नई 1,00,750 92,350 76,350
कोलकाता 1,00,750 92,350 75,560
सोने की कीमतें कैसे तय होती हैं?
सोने का भाव कई कारकों पर निर्भर करता है - सिर्फ बाज़ार में मांग और आपूर्ति नहीं, बल्कि वैश्विक हालात, मुद्रा विनिमय दरें, आयात शुल्क और सांस्कृतिक मांग भी इसमें अहम भूमिका निभाते हैं।
1. डॉलर की स्थिति और करेंसी का प्रभाव
अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में सोने की कीमतें डॉलर में तय होती हैं। यदि डॉलर मज़बूत होता है या भारतीय रुपया कमजोर पड़ता है, तो भारत में सोना महंगा हो जाता है।
2. आयात शुल्क और टैक्स
भारत अधिकतर सोना विदेशों से आयात करता है। ऐसे में इंपोर्ट ड्यूटी और GST सीधे दामों पर असर डालते हैं। सरकार द्वारा शुल्क में बदलाव भी तुरंत कीमतों में उछाल या गिरावट ला सकता है।
3. वैश्विक राजनीतिक और आर्थिक घटनाएं
युद्ध, मंदी, ब्याज दरों में बदलाव और शेयर बाज़ार की अस्थिरता जैसे हालात निवेशकों को सोने की ओर मोड़ते हैं। इससे इसकी मांग और कीमत दोनों बढ़ जाती हैं।
4. भारतीय परंपरा और सामाजिक महत्व
भारत में सोना सिर्फ निवेश नहीं, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर है। शादी-ब्याह, नवरात्रि, दिवाली जैसे मौकों पर इसकी मांग बढ़ जाती है, जो सीधे कीमतों को प्रभावित करती है।
5. महंगाई से सुरक्षा
महंगाई के दौर में सोना सुरक्षित निवेश माना जाता है। जब दूसरी जगह निवेश जोखिम भरा लगता है, तब लोग सोना खरीदना पसंद करते हैं।