Edited By Sahil Kumar,Updated: 13 Dec, 2025 05:49 PM

सोने की कीमतों में तेजी जारी है। 13 दिसंबर की सुबह दिल्ली में 24 कैरेट सोने का भाव 1,33,360 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, पुणे और बेंगलुरु में भी कीमतें 1,33,210 रुपये के आसपास हैं। रुपये की कमजोरी और सेफ एसेट में...
नेशनल डेस्कः सोने की कीमतों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। 13 दिसंबर की सुबह दिल्ली में 24 कैरेट सोने का भाव 1,33,360 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है, वहीं मुंबई, चेन्नई और कोलकाता समेत देश के बड़े शहरों में भी सोने की कीमतें उछाल पर हैं। रुपये की कमजोरी और सेफ एसेट में निवेश की बढ़ती मांग के कारण निवेशक सोने और चांदी की ओर बढ़ रहे हैं।
मुंबई में 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 1,33,210 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट का भाव 1,22,110 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज किया गया। चेन्नई और कोलकाता में भी 24 कैरेट सोने की कीमत 1,33,210 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट का भाव 1,22,110 रुपये प्रति 10 ग्राम है। पुणे और बेंगलुरु में भी सोने की कीमतें इसी रेंज में बनी हुई हैं। सोने की बढ़ती कीमतों के पीछे भारतीय रुपये की कमजोरी और सेफ एसेट में लगातार निवेश की मांग मुख्य कारण है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का हाजिर भाव 4,338.40 डॉलर प्रति औंस पर बना हुआ है।
ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती
अमेरिका के फेडरल रिजर्व द्वारा प्रमुख ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती के बाद निवेशक सोने और चांदी जैसी सेफ एसेट में अधिक निवेश कर रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, प्रमुख ब्याज दर घटने से बॉन्ड पर यील्ड कम होने की संभावना रहती है, जिससे सोने और चांदी की ओर निवेश बढ़ता है।
इस साल घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में अब तक 67 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर वैश्विक परिस्थितियां और रुपये-डॉलर की दर लगभग समान बनी रहती है या रुपया कमजोर होता है, तो 2026 में सोने की कीमत 5 प्रतिशत से 16 प्रतिशत और बढ़ सकती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें इस साल अब तक लगभग 60 प्रतिशत तक बढ़ चुकी हैं।
चांदी की कीमतों में भी तेजी
चांदी की कीमतों में भी 13 दिसंबर को उछाल देखा गया। चांदी का भाव 2,04,100 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया है। विदेशी बाजार में चांदी का हाजिर भाव 64.57 डॉलर प्रति औंस है। इस साल ग्लोबल सप्लाई में कमी, चीन से लगातार बढ़ती मांग और औद्योगिक खपत में वृद्धि के कारण चांदी ने रिटर्न के मामले में सोने से बेहतर प्रदर्शन किया है।