Edited By Anu Malhotra,Updated: 10 Feb, 2023 04:53 PM
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राजस्थान विधानसभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बजट भाषण की शुरुआत में पुराने बजट से कुछ पंक्तियां पढ़े जाने के विषय का उल्लेख शुक्रवार को लोकसभा में किया और कटाक्ष करते हुए कि ‘‘भगवान करें कि किसी से ऐसी गलती न...
नेशनल डेस्क: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राजस्थान विधानसभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बजट भाषण की शुरुआत में पुराने बजट से कुछ पंक्तियां पढ़े जाने के विषय का उल्लेख शुक्रवार को लोकसभा में किया और कटाक्ष करते हुए कि ‘‘भगवान करें कि किसी से ऐसी गलती न हो।
सीतारमण ने लोकसभा में केंद्रीय बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए यह टिप्पणी की। मंत्री के जवाब के दौरान जब कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और गौरव गोगोई ने पेट्रोल-डीजल के अधिक दाम का मुद्दा उठाया तब निर्मला सीतारमण ने तंज कसा।
वित्त मंत्री ने हिमाचल प्रदेश और पंजाब की सरकारों द्वारा हाल में पेट्रोल-डीजल पर ‘मूल्य वर्द्धित कर’ (वैट) बढ़ाये जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने जून 2022 के बाद से पेट्रोल-डीजल की कीमतें नहीं बढ़ाई हैं जबकि विपक्ष शासित अनेक राज्यों में स्थिति उलटी है।
जब सत्तापक्ष के कुछ सदस्य इस संबंध में राजस्थान का जिक्र कर रहे थे तब सीतारमण ने कहा, ‘‘राजस्थान में बहुत गड़बड़ है, पिछले साल का बजट इस साल पढ़ा जा रहा है...गलती किसी से भी हो सकती है। लेकिन भगवान करें कि ऐसी गलती नहीं हो। ऐसा नहीं होना चाहिए कि पिछले साल का बजट पढ़ना पड़े। इससे पहले, बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए भाजपा सांसद राहुल कस्वां ने कहा था कि राजस्थान में ‘पेपर लीक’ तो छोड़िए अब ‘बजट लीक’ हो गया।
राजस्थान की चुरू लोकसभा से सदस्य कस्वां ने दावा किया कि राजस्थान पिछले चार साल में भ्रष्टाचार, महिला विरोधी अपराध और बेरोजगारी के मामले में सबसे ऊपर है।
उन्होंने कहा कि आज हद तब हो गई जब मुख्यमंत्री जी पिछले साल का बजट पढ़ने लगे। मुख्यमंत्री जी को आठ मिनट के बाद समझ आया कि कौन सा बजट पढ़ना है। यह हालत कांग्रेस सरकार की है।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान विधानसभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा शुक्रवार को बजट भाषण की शुरुआत में पुराने बजट से कुछ पंक्तियां पढ़े जाने को लेकर भाजपा के विधायकों ने हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही दो बार के लिए स्थगित करनी पड़ी।
बहरहाल, मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा घटना पर 'खेद' जताए जाने के बाद सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से शुरू हुई और गहलोत ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बजट पेश किया।