Edited By Seema Sharma,Updated: 23 Jul, 2020 01:35 PM
देश में कोरोना संकट के कारण सभी स्कूल और कॉलेज बंद हैं, ऐसे में बच्चों की पढ़ाई खराब न हो इसलिए ऑनलाइन क्लासेस लगाई जा रही है। बच्चों की ऑनलाइन क्लास लगाने के लिए माता-पिता को काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। सबसे ज्यादा परेशानी उनको हो रही है जिनके...
नेशनल डेस्कः देश में कोरोना संकट के कारण सभी स्कूल और कॉलेज बंद हैं, ऐसे में बच्चों की पढ़ाई खराब न हो इसलिए ऑनलाइन क्लासेस लगाई जा रही है। बच्चों की ऑनलाइन क्लास लगाने के लिए माता-पिता को काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। सबसे ज्यादा परेशानी उनको हो रही है जिनके घरों में स्मार्टफोन नहीं है। ऐसे ही एक पिता ने घर की गाय बेच दी ताकि बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर सकें। पिता ने गाय बेचकर बच्चों को स्मार्टफोन लाकर तो दे दिया लेकिन ब वह यह नहीं जानता कि घर कैसे चलेगा। हिमाचल प्रदेश के पालमपुर जिले के ज्वालामुखी स्थित गुम्मेर गांव के रहने वाले कुलदीप कुमार के पास यही इकलौती गाय थी और घर का खर्चा इसी से चलता था।
किसी ने नहीं की मदद
कुलदीप ने बताया कि मार्च से लगे लॉकडाउन के बाद से स्कूल बंद हैं और तभी से बच्चे घर पर हैं। बच्चों की ऑनलाइन क्लासेस लग रही थी लेकिन घर में स्मार्टफोन नहीं था। कुलदीप के दो बच्चे एक 4th और दूसरा 2nd में पढ़ता है। बच्चों की ऑनलाइन क्लासें शुरू हुईं तो कुलदीप पर दबाव बनने लगा स्मार्टफोन खरीदने का, ताकि बच्चे पढ़ाई जारी रख सकें।
कुलदीप ने गांव में कई लोगों से 6000 रुपए उधार मांगे लेकिन किसी ने भी मदद नहीं की। वो बैंक भी गया लेकिन उसकी गरीबी देखते हुए उसे किसी ने 6 हजार रुपए का लोन नहीं दिया। जब किसी से मदद नहीं मिली तो उसने अपनी गाय 6000 रुपए में बेच दी और उन पैसों से वह बच्चों के लिए स्मार्टफोन लेकर आया। कुलदीप के पास न तो बीपीएल कार्ड है न ही वह आईआरडीपी का लाभ लेता है। उसने कई बार पंचायत में कहा कि उसका नाम बीपीएल, आईआरडीपी और अंत्योदय योजना में जोड़ा लेकिन यहां भी किसी ने नहीं सुनी।