Edited By Seema Sharma,Updated: 01 Nov, 2021 01:39 PM
कृषि कानून को लेकर किसानों का केंद्र सरकार के खिलाफ रोष अभी जारी है। संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य और भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने सरकार को चेतावनी दी है।
नेशनल डेस्क: कृषि कानून को लेकर किसानों का केंद्र सरकार के खिलाफ रोष अभी जारी है। संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य और भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने सरकार को चेतावनी दी है। चढ़ूनी ने वीडियो वायरल कर सरकार को चेतावनी दी है कि अगर किसानों को सड़कों से जबरदस्ती हटाने की कोशिश की तो इस बार दिवाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दरवाजे के बाहर मनाएंगे।
चढ़ूनी ने कहा कि अगर सरकार ने सड़कें खाली करवाने की कोशिश की तो सभी किसान दिल्ली कुच करेंगे। उन्होंने कहा कि किसान तैयार रहें कभी भी मैसेज आ सकता है और कूच करना पड़ सकता है। भाकियू के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि किसान आंदोलन में यथावत स्थिति बनी रहेगी। जब तक सरकार किसानों की मांगों को नहीं मानती है। मलिक ने कहा कि 6 नवंबर को सिंघु बॉर्डर पर किसान नेताओं की बैठक होगी। इसमें आगे की रणनीति बनेगी।
वहीं भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) नेता राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र के पास विवादित कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए 26 नवंबर तक का वक्त है और इसके बाद दिल्ली की सीमाओं पर किए जा रहे विरोध प्रदर्शन को तेज किया जाएगा। केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान दिल्ली के सिंघू, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं जिसे 26 नवंबर को एक साल पूरा हो जाएगा।